8 सितंबर से झालावाड़ मिनी सचिवालय में 50 हजार किसान करेंगे अनिश्चितकालीन आंदोलन

झालावाड़: लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य की कई वर्षों से मांग करते चले आ रहे भारतीय किसान संघ के सब्र का पैमाना आखिरकार छलक पड़ा है. अब भारतीय किसान संघ ने राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ने की घोषणा कर दी है जिसका केंद्र झालावाड़ जिला मुख्यालय रहने वाला है.

भारतीय किसान संघ द्वारा चित्तौड़ प्रांत के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों से ज्ञापन सौंपने के बाद पदाधिकारी झालावाड़ पहुंचेंगे तथा झालावाड़ के 1465 गांवो से भी किसान 8 सितंबर को झालावाड़ मुख्यालय पहुंचकर अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालेंगे.

भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी द्वारा किए जा रहे दावे के अनुसार झालावाड़ जिले में लगभग 8 हजार दो पहिया, चौपहियां वाहनों एवं ट्रैक्टरों द्वारा 50000 से भी अधिक किसान झालावाड़ पहुंचने वाले हैं जो सरकार द्वारा मांगे नहीं माने जाने तक यही पड़ाव डालने वाले हैं.

भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में यह पूरा आंदोलन चलेगा तथा आंदोलन समाप्ति तक भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वयं झालावाड़ में मौजूद रहेंगे। आंदोलन और महापड़ाव से संबंधित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री रघुनाथ सिंह ने बताया कि किसान अपने-अपने ट्रैक्टरों से झालावाड़ पहुंचेंगे तथा सब अपने साथ खाने पीने का इंतजाम करके लाएंगे. जब तक आंदोलन चलेगा तब तक किसान यही रहेंगे और अपना खान स्वयं बनाएंगे.

प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को बहुत ज्यादा इगो है वह हमें कुछ नहीं समझते, लेकिन इस आंदोलन के बाद वह हमें हमेशा याद रखेंगे. अब तक सरकार अनदेखी करती आ रही है लेकिन अब वह चुप नही रहेंगे.

उन्होंने बताया कि सरकारें चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से वादे कर लेती है सत्ता मिलने के बाद किसानो को भुला दिया जाता है. अब सरकार के सामने किसान आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है. गांव-गांव में किसानों को जागरूक करके 8 सितंबर को जिला मुख्यालय पर करीब 50 हजार से अधिक किसान पहुंचेंगे.

जिलाध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर ने कहां कि युवा किसान को सम्बल मिले खेती को लाभ कारी बनाया जाए किसान हित में सरकारें काम करें एवं कई तरह की किसानों के हितों की अनदेखी सरकारें कर रही है. अब समय आ गया है किसान जागरूक होकर सरकारों के सामने अपनी समस्याओं को लेकर जब तक समाधान की ओर सरकार का कदम आगे नहीं बढ़ेगा तब तक किसान लड़ाई लड़ते रहेंगे.

प्रांत पशुपालन एवं डेयरी प्रमुख श्री किशन पाटीदार ने प्रेस वार्ता में बताया कि आगामी 8 सितंबर को लेकर झालावाड़ जिले के 1465 गांव से किसान मिनी सचिवालय पहुंचेंगे. यह आंदोलन चित्तौड़ प्रांत के तहत 16 जिलों में ज्ञापन दिया जाएगा। आंदोलन का केंद्र झालावाड़ जिला मुख्यालय रहेगा. इस दौरान जिला मंत्री कालूराम दांगी ,जिला प्रचार प्रमुख महेश मेहर, जिला कार्यालय मंत्री रामलाल दांगी, जिला कार्यकारिणी सदस्य पूरीलाल दांगी मौजूद रहे.

80 प्रतिशत को बता रहे 20 प्रतिशत

कसान नेता होना पत्रकारों को बताया कि सोयाबीन और मक्के की फसल में करीब 80% खराब हुआ है लेकिन मिनी सचिवालय में बैठकर अधिकारी 20% ही खराब बता रहे हैं.

धरना स्थल पर बनाएंगे दाल बाटी

किसान नेताओं ने बताया कि 11 साल से सरकारों के आगे पीछे घूम रहे हैं. इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते मिनी सचिवालय के पास 8 सितंबर को आर पार की लड़ाई के लिए धरना प्रदर्शन किया जाएगा. इस बार धरना प्रदर्शन अनिश्चितकाल के लिए रहेगा ऐसे में किसान यही दाल बाटी बनाएंगे यही सभी के लिए अन्य व्यवस्था की है.

 

 

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