गोवा में विला बुकिंग के नाम पर 500 लोगों से ठगी, ग्वालियर से आरोपी गिरफ्तार…

गोवा में विला बुकिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा कर देशभर के करीब 500 पर्यटकों को ठगने का मामला सामने आया है। फर्जीवाड़ा करने वाली गैंग का एक सदस्य ग्वालियर का रहने वाला है, जो गोवा और ग्वालियर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार को ग्वालियर के डीडी नगर इलाके से पकड़ा गया।

इस आरोपी को गोवा पुलिस की टीम अपने साथ लेकर रवाना हो गई है। इन लोगों ने बुकिंग डॉट कॉम (Booking.com) जैसी बड़ी वेबसाइट पर अलग-अलग विला के फोटो डाल रखे थे। इनकी बुकिंग के नाम पर पर्यटकों से एडवांस रुपए जमा कराए। जब पर्यटक मौके पर पहुंचे तो यहां कुछ नहीं मिला।

ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा

  • चंडीगढ़ के पर्यटक की शिकायत के बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इस मामले में तीन और आरोपी हैं, जो हैदराबाद और जयपुर के रहने वाले हैं। अब पुलिस इनकी तलाश में जुट गई है।
  • चंडीगढ़ के रहने वाले पंकज धीमान को गोवा जाना था। गोवा में उन्होंने एक विला की बुकिंग ऑनलाइन की। बुकिंग के एवज में 20 हजार रुपए ऑनलाइन भुगतान किया। परिवार के साथ उस पते पर पहुंचे, तो वहां कुछ नहीं मिला।
  • तब पता लगा कि उनके साथ ठगी हुई है। उन्होंने अंजुना पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत की। एक आरोपी की पहचान देवेश परिहार उम्र 30 वर्ष निवासी टीकाराम चक्की के पास निम्बाजी की खोह, ग्वालियर के रूप में हुई।
  • इस आरोपी की तलाश में गोवा के अंजुना पुलिस स्टेशन की टीम ग्वालियर पहुंची। एसपी धर्मवीर सिंह ने क्राइम ब्रांच की टीम को गोवा पुलिस की टीम के साथ भेजा। शाम को डीडी नगर से देवेश परिहार को पकड़ लिया गया।

पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर फंसाया, युवक से 21 लाख रुपए ठगे

ठगी से जुड़े एक अन्य मामले में ग्वालियर के के सिटी सेंटर इलाके में रहने वाले युवक के साथ 21 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। युवक को पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर फंसाया गया।

कुछ पैसा निवेश कराने के बाद पोस्ट को लाइक, कमेंट और रेटिंग देने का काम दिया गया। कुछ पैसा उसके खाते में भेजा गया। जिससे उसे विश्वास हो जाए। इसके बाद उसे अलग-अलग स्कीम में निवेश और मोटा मुनाफे का लालच दिया गया। इस तरह करीब 21 लाख रुपए जमा करा लिए।

ठगों ने बाकायदा डमी पे-वॉलेट तक तैयार किया, इसमें उसकी राशि लगभग दोगुनी दिख रही थी। जब उसने पैसा खाते में ट्रांसफर करने का प्रयास किया तो नहीं हुआ। कॉल सेंटर पर बात की तो उससे कहा कि आधा पैसा टैक्स के रूप में जमा करना होगा, तब पूरा पैसा रिलीज होगा।

युवक ने साइबर क्राइम विंग में शिकायत की है। युवक का नाम आशीष कुमार है। वह निजी कंपनी में काम करता है। कुछ समय पहले उसकी नजर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर पड़ी थी। यहां उसे पार्ट टाइम नौकरी के जरिए लाखों रुपए कमाई का लालच दिया गया। इसके बाद वह फंसता चला गया।

पहले कुछ रुपए जमा कराए। इसके बाद अलग-अलग स्कीम के नाम पर करीब 21 लाख रुपए जमा करा लिए। तब उसे ठगी का अहसास हुआ।

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