छतरपुर। बिजावर विधानसभा क्षेत्र में तालाब किनारे बड़ी संख्या में मतदाता पहचान पत्र मिलने की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। स्थानीय लोगों और नेताओं ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है। तालाब किनारे पड़े मतदाता कार्डों की संख्या लगभग 500 बताई जा रही है, जिन्हें देखकर स्थानीय नागरिक हैरान रह गए।
मामले की जानकारी मिलने पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गगन यादव और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले ऐसा मामला सुनने को नहीं मिलता था, लेकिन अब कई जगह मतदाता पहचान पत्रों के ढेर मिलने की घटनाएं सामने आ रही हैं। कांग्रेस सोमवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कराए जाने की मांग करेगी।
स्थानीय नागरिक भी तालाब के पास पहुंचे और ढेर में पड़े वोटर आईडी कार्ड देख कर चौंक गए। हीरालाल साहू ने बताया कि उनके बेटे का मतदाता कार्ड भी इस ढेर में मिला। वहीं नीतिश अग्निहोत्री ने कहा कि तालाब किनारे पाए गए कार्ड पूरी तरह से असली हैं और यह सवाल उठता है कि ये कार्ड वहां कैसे पहुंचे। सोशल मीडिया पर भी यह मामला तेजी से वायरल हो गया है और लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
नेताओं ने प्रशासन पर सवाल उठाए। कांग्रेस जिला अध्यक्ष गगन यादव ने कहा कि यह घटना वोटों की चोरी और राजनीतिक साजिश की तरफ इशारा करती है। वहीं सपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने निर्वाचन आयोग से सवाल किया कि ऐसे कैसे मतदाता पहचान पत्र तालाब किनारे फेंके जा सकते हैं और क्या प्रदेश में वोटर आईडी कार्ड चोरी हो रहे हैं।
छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने कहा कि तालाब किनारे मिले मतदाता पहचान पत्रों की जांच कराई जाएगी। बिजावर एसडीएम को मामले की छानबीन करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना प्रदेश में मतदाता पहचान पत्रों की सुरक्षा और चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती है। नागरिकों की मांग है कि ऐसी अनियमितताओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।