रायपुर में तेलीबांधा तालाब से सुभाष स्टेडियम तक रविवार को नमो युवा मैराथन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे देश में चलाए जा रहे ‘सेवा पखवाड़ा’ के तहत किया गया। खेल विभाग के सहयोग से आयोजित इस मैराथन की थीम नशा मुक्त भारत थी, जिसमें 5 किलोमीटर की दूरी पर 5 हजार से अधिक एथलीटों ने भाग लिया।
चार श्रेणियों में विजेताओं को नकद इनाम दिया गया। पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर अर्जुन राय, दूसरे स्थान पर अक्षय कुमार और तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ के चंद्रप्रकाश रहे। महिला वर्ग में पहला स्थान अंशिका पटेल, दूसरा रूखमणि साहू और तीसरा चंचल यादव को मिला। हालांकि विजेताओं की टाइमिंग नोट नहीं की गई थी। केवल चेस्ट नंबर ही सूची में दर्ज थे। इस वजह से किस आधार पर विजेता घोषित किए गए, यह स्पष्ट नहीं हो पाया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और मंत्री खुशवंत साहेब उपस्थित रहे। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष राहुल ने मंत्री अरुण साव का पांव छूकर स्वागत किया। दौड़ से पहले बड़ी संख्या में युवा मरीन ड्राइव पर जुटे और कार्यक्रम सुबह 7 बजे से शुरू हुआ। दौड़ के दौरान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार राशि वितरित की गई।
वीडियो और फोटो रिपोर्ट के अनुसार, बिलासपुर में भी इसी तरह का मैराथन आयोजित हुआ, जिसमें लगभग 6 हजार एथलीट शामिल हुए। पुरुष और महिला वर्ग में अलग-अलग विजेताओं को क्रमशः 25, 15, 10 हजार और 5-5 हजार तथा 2-2 हजार रुपये इनाम दिए गए।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट के गोल्ड मेडलिस्ट और एथलेटिक्स कोच सुदर्शन कुमार सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रतियोगिता के लिए नहीं बल्कि नशा मुक्ति संदेश देने के लिए था। इस तरह के आयोजन में आमतौर पर टाइमिंग नोट नहीं की जाती है।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष राहुल ने कहा कि यह मैराथन छत्तीसगढ़ को नशा मुक्त बनाने के प्रयास का हिस्सा है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में अब तक 18 हजार से अधिक सूखे नशे के मामले दर्ज किए गए हैं। युवा मोर्चा को जिम्मेदारी दी गई है कि वह राज्य में नशा मुक्त वातावरण बनाने में सहयोग करें।
इस मैराथन ने न केवल युवाओं में खेल के प्रति उत्साह बढ़ाया, बल्कि नशा मुक्त जीवन की ओर संदेश भी स्पष्ट किया।