इटावा: जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की पेयरिंग को लेकर शासन ने एक बार फिर आदेश जारी कर दिया है. अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने 27 अगस्त को सभी जिलाधिकारियों एवं जिला शिक्षा परियोजना समिति के अध्यक्षों को पत्र भेजकर प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए हैं. आदेश लागू होने पर जिले के 590 विद्यालय बंद होने की आशंका जताई जा रही है.
अभिभावकों और शिक्षक संगठनों का कहना है कि इस फैसले से बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. कई बार बच्चों को दूसरे गांवों में जाना पड़ सकता है. पहले जारी आदेश में दूरी का स्पष्ट मानक न होने के कारण एक किमी से अधिक दूरी अथवा विषम परिस्थितियों वाले विद्यालयों की भी पेयरिंग कर दी गई थी. इटावा में उस समय 101 विद्यालयों की पेयरिंग की गई थी. मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा तो सरकार ने दूरी की सीमा तय कर दी.
नए आदेश में अब साफ किया गया है कि प्राथमिक विद्यालय की दूरी एक किमी से अधिक नहीं होनी चाहिए. उच्च प्राथमिक विद्यालय की दूरी तीन किमी से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसी आधार पर फिर से सर्वे होगा. जिले में कुल 1484 विद्यालय हैं, जिनमें से 590 विद्यालय बंद होने की संभावना है. खास बात यह है कि इस बार विद्यालय प्रबंध समिति के प्रस्ताव की भी आवश्यकता नहीं होगी.
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनोद यादव और उपाध्यक्ष देवेंद्र सोलंकी ने इस नीति का विरोध जताते हुए कहा कि यह शिक्षा और छात्रहित में नहीं है. यदि विद्यालय बंद किए गए तो संगठन आगे की रणनीति पर विचार करेगा. वहीं बीएसए डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि शासन का आदेश प्राप्त होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.