कर्नाटक: 5वीं क्लास के छात्र को 9वीं के बच्चों ने पीटा, अस्पताल में मौत… बिहार का रहने वाला था मासूम

कर्नाटक के विजयपुरा शहर के बाहरी इलाके में बिहार से आए परिवार ने अपने बेटे का एक निजी स्कूल में दाखिला कराया था. लेकिन अब बच्चे के माता पिता के आंखों में आंसू है. दरअसल स्कूल में हुए झगड़े में पांचवीं कक्षा के एक छात्र की मौत हो गई. बच्चे की पहचान अंस के रूप में हुई है. उसकी उम्र 11 साल बताई जा रही है.

मामला विजयपुरा शहर के बाहरी इलाके योगापुर स्थित श्री सत्य साईं बाबा शैक्षणिक संस्थान का है. परिवार ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए है, उन्होंने कहा कि स्कूल की लापरवाही के चलते बच्चे की जान गई है. घटना के बाद माता-पिता व स्थानीय लोगों ने लड़के का शव स्कूल के सामने रखकर विरोध प्रदर्शन किया. आरोप है कि स्कूल के प्रिंसिपल को हमले की सूचना दी गई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इस दौरान छात्र ने माता-पिता को धमकाते हुए कहा, क्या तुम्हारा बेटा मर गया?

एक घड़ी को लेकर बच्चे की पिटाई

परिवार के मुताबिक पांच दिन पहले अंस की एक घड़ी को लेकर स्कूल में झगड़ा हो गया था. इस दौरान नौवीं कक्षा के तीन छात्रों ने अंस पर हमला कर उसकी घड़ी छीन ली थी. वह बीमार था और इस दौरान पिटाई से अंस की तबियत और खराब हो गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन इलाज बेअसर रहा और पांच दिन बाद उसकी मौत है गई.

लगाए लापरवाही का आरोप

माता-पिता और स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें अपने बेटे की मौत का कारण बताया है. जैसे ही बच्चे का शव स्कूल के गेट के पास रखा गया और विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, स्कूल प्रबंधन और स्कूल प्रबंधन अध्यक्ष स्कूल में ताला लगाकर भाग गए. भीड़ ने श्री सत्य साईं बाबा शैक्षणिक संस्थान के प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी भी की और अपना गुस्सा जाहिर किया. घटना की खबर मिलते ही विजयपुरा के डीएसपी बसवराज यालिगारा, गोलागुंबज इंस्पेक्टर मल्लैया मथापति और अन्य पुलिस अधिकारी व 20 से अधिक कांस्टेबल मौके पर पहुंचे.

पुलिस ने माता-पिता को किया आश्वस्त

इसके बाद पुलिस ने मृतक लड़के के माता-पिता और स्थानीय लोगों से बात की. पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे घटना की शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने उनसे धरना समाप्त करने और अगली प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया. पुलिस अधिकारियों के वादे के अनुसार, माता-पिता और स्थानीय लोगों ने लड़के के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में सहयोग किया.

पुलिस ने उन्हें बताया कि वे धरना समाप्त कर स्कूल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए. स्थानीय लोगों ने गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना के लिए केवल स्कूल प्रिंसिपल ही जिम्मेदार है. फिलहाल, स्कूल प्रबंधन पर लड़के की मौत का आरोप लगाया जा रहा है. मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा. पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है.

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