फर्जी दस्तावेज़ से नौकरी पाने वाले 6 बेसिक शिक्षक बर्खास्त, मुकदमा दर्ज कराने के आदेश

श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे सरकारी नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का सिलसिला थम नहीं रहा है. श्रावस्ती जिले में बुधवार को आधा दर्जन सहायक अध्यापकों को बर्खास्त कर दिया गया. इन सभी पर फर्जी अभिलेखों के जरिए नौकरी हथियाने का आरोप है. साथ ही, बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने इन पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने का आदेश भी संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को दे दिया है.

बर्खास्त किए गए शिक्षकों में सकीमुद्दीन, सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय जोगा गांव, सिरसिया, सुनील कुमार, प्राथमिक विद्यालय मधवापुर कुथनी, सिरसिया, प्रशांत यादव, प्राथमिक विद्यालय फुलैहिया, सिरसिया, देवेंद्र सिंह, प्राथमिक विद्यालय कटवा, जमुनहा, राजेश कुमार, प्राथमिक विद्यालय दामोदरा, जमुनहा और संजीव कुमार, प्राथमिक विद्यालय मनवरिया दीवान, जमुनहा शामिल हैं. इन शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए संबंधित एबीएस (खंड शिक्षा अधिकारी) को पत्र भेज दिया गया है.

अब तक 53 फर्जी शिक्षक हो चुके हैं बर्खास्त

श्रावस्ती जनपद में फर्जी शिक्षकों की संख्या चिंता का विषय बनी हुई है. अब तक 53 से अधिक शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति पाए जाने पर बर्खास्त किए जा चुके हैं. हालांकि, न्यायालय के हस्तक्षेप के चलते इनमें से दो शिक्षक अब भी कार्यरत हैं. बाकी से वेतन की रिकवरी की योजना तो बनी, लेकिन वसूली नहीं हो सकी. इस जिले में गैर जनपद से आकर नियुक्त हुए फर्जी शिक्षकों की संख्या अधिक है. बुधवार को हुई कार्रवाई इस बात की ताज़ा मिसाल है कि यह सिलसिला अभी भी जारी है.

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

26 नवंबर 2024 को पांच फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया गया था. 5 दिसंबर 2024 को भी तीन शिक्षक बर्खास्त किए गए थे. बेसिक शिक्षा विभाग की सतर्कता और दस्तावेज़ों की जांच के चलते फर्जी नियुक्तियों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. अब यह देखना होगा कि आगे रिकवरी और कानूनी कार्रवाई कितनी प्रभावी होती है.

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