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6 करोड़ डिपॉजिट और ढाई लाख किराया, दक्षिण कोरिया के ओल्ड ऐज होम की भारी कीमतें!

जिंदगी के आखिरी पड़ाव में जीवन कैसा होगा. ये सवाल हर किसी के मन में जरूर आता है. खासकर जब आप जवान होते हैं. अगर आपसे कहा जाए कि रिटायरमेंट के बाद भी एक लग्जीरियस जिंदगी हो सकती है, तो ये सुनकर आश्चर्य होगा.कुछ ऐसा ही मामला दक्षिण कोरिया में देखने को मिल रहा है, जहां लग्जरी रिटायरमेंट होम्स बुजुर्गों को आरामदायक और शानदार जीवनशैली दे रहा है.

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दक्षिण कोरिया में रिटायरमेंट होम्स का किराया आसमान छू रहा है. लग्जरी सुविधाओं से लैस इन रिटायरमेंट होम्स का मासिक किराया अब 2.5 लाख रुपया तक पहुंच गया है. इनमें थिएटर, जिम, मेडिटेशन सेंटर, स्विमिंग पूल, स्पा और गोल्फ जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो बुजुर्गों को एक आलिशान और आरामदायक जीवनशैली प्रदान कर रही हैं.

2030 तक रिटायरमेंट होम्स का बिजनेस 13 लाख करोड़ रुपया तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. बुजुर्गों की बढ़ती संख्या और उनके बीच लग्जरी लाइफस्टाइल की बढ़ती मांग के चलते यह सेक्टर तेजी से उभर रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में इन रिटायरमेंट होम्स में निवेश करने वाली कंपनियों को भारी मुनाफा होने वाला है.

क्या-क्या है सुविधा

इन रिटायरमेंट होम्स में बुजुर्गों के लिए न सिर्फ रहने की शानदार सुविधा है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और 6 करोड़ डिपॉजिट और ढाई लाख किराया है.मनोरंजन का भी खास ख्याल रखा जाता है. थिएटर और गोल्फ जैसे मनोरंजन के साधन उन्हें मानसिक रूप से सक्रिय रखते हैं, जबकि जिम और मेडिटेशन सेंटर उनकी शारीरिक फिटनेस को बनाए रखने में मदद करते हैं.

अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी इस बढ़ती मांग को देखते हुए दक्षिण कोरिया के रिटायरमेंट होम सेक्टर में कदम रख रही हैं.उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां निवेश करना बेहद लाभकारी साबित होगा. कोरिया की सरकार भी बुजुर्गों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करने के लिए ऐसे प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहित कर रही है.

आम बुजुर्गों की पहुंच से बाहर है ये रिटायरमेंट होम्स

हालांकि, इन रिटायरमेंट होम्स का किराया आम बुजुर्गों की पहुंच से बाहर है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में क्या मिडिल क्लास और लोअर इनकम ग्रुप के बुजुर्गों के लिए भी ऐसी सुविधाओं से युक्त रिटायरमेंट होम्स उपलब्ध होंगे, या यह लग्जरी सिर्फ अमीरों तक ही सीमित रह जाएगी. रिटायरमेंट होम्स का बढ़ता बाजार यह साफ संकेत दे रहा है कि भविष्य में बुजुर्गों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए लग्जरी सुविधाएं एक अहम भूमिका निभाएंगी.

दक्षिण कोरिया में क्यों जरूरत पड़ रही है रिटायरमेंट होम्स की

दक्षिण कोरिया दुनिया के सबसे तेजी से बूढ़ी होती आबादी वाले देशों में से एक है. जहां बुजुर्गों के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता बढ़ रही है.इस हालत में रिटायरमेंट होम्स एक महत्वपूर्ण विकल्प बनते जा रहे हैं. भारत के मुकाबले, वहां की संस्कृति में बुजुर्गों की देखभाल पारिवारिक ढांचे में कम होती है. जिससे उन्हें बाहरी सहायता की जरूरत महसूस होती है. यह सामाजिक बदलाव और बुजुर्गों की बढ़ती आबादी ने रिटायरमेंट होम्स की मांग को बढ़ा दिया है.

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