Vayam Bharat

एक झटके में बाजार से 6 लाख करोड़ हुए स्वाहा… सेंसेक्स और निफ्टी ने रुलाए खून के आंसू

विदेशी फंड हाउस की निकासी जारी रहने और कुछ प्रमुख कंपनियों में बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन गिरावट देखी गई. बीएसई सेंसेक्स 495 अंक लुढ़क गया जबकि एनएसई निफ्टी ने 221 अंक का गोता लगाया. विश्लेषकों ने कहा कि रियल्टी, वाहन, उपभोक्ता खंड और टिकाऊ उपभोक्ता कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली ने बाजार की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया.

Advertisement

बाजार में आई भारी गिरावट

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित स्टैंडर्ड इंडेक्स सेंसेक्स 494.75 अंक यानी 0.61 प्रतिशत गिरकर 81,006.61 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 595.72 अंक तक फिसलकर 80,905.64 अंक पर आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 221.45 अंक यानी 0.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,749.85 पर बंद हुआ. इससे एक दिन निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपए डूब गए.

सेंसेक्स की कंपनियों में नेस्ले में तीन प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट आई. दैनिक उपभोग के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली नेस्ले का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 0.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 899.49 करोड़ रुपये रहने से इसके शेयरों में जबर्दस्त बिकवाली देखी गई.

ये बना गिरावट का कारण

सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली, सिवाय आईटी सेक्टर के. ऑटो, मीडिया, और रियल एस्टेट सेक्टर में 2-3% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को काफी नुकसान हुआ. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 1% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. बाजार में बिकवाली का जोर रहा, जिससे अधिकांश सेक्टर्स लाल निशान में बंद हुए.

इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, टाइटन, मारुति सुजुकी, एक्सिस बैंक और टाटा स्टील के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए. दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में तेजी रही. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार से निकासी जारी रखी है. उन्होंने बुधवार को 3,435.94 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की.

इंटरनेशनल बाजार का ये है हाल

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए. यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. बुधवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत चढ़कर 74.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. सेंसेक्स बुधवार को 318.76 अंक गिरकर 81,501.36 अंक पर और निफ्टी 86.05 अंक के नुकसान के साथ 24,971.30 अंक पर बंद हुआ था.

ये बना गिरावट का कारण

सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली, सिवाय आईटी सेक्टर के. ऑटो, मीडिया, और रियल एस्टेट सेक्टर में 2-3% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को काफी नुकसान हुआ. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 1% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. बाजार में बिकवाली का जोर रहा, जिससे अधिकांश सेक्टर्स लाल निशान में बंद हुए.

इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, टाइटन, मारुति सुजुकी, एक्सिस बैंक और टाटा स्टील के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए. दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में तेजी रही. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार से निकासी जारी रखी है. उन्होंने बुधवार को 3,435.94 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की.

इंटरनेशनल बाजार का ये है हाल

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए. यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. बुधवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत चढ़कर 74.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. सेंसेक्स बुधवार को 318.76 अंक गिरकर 81,501.36 अंक पर और निफ्टी 86.05 अंक के नुकसान के साथ 24,971.30 अंक पर बंद हुआ था.

Advertisements