मध्यप्रदेश में अब तक औसत 32.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो मानसूनी कोटे की 87 प्रतिशत है। प्रदेश से एक मानसून ट्रफ के गुजरने के चलते बुधवार को भी बारिश का दौर रहा। कई जिलों में पानी गिरा। वहीं, गुरुवार को कुल 12 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है।
नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 गेटों में से 7 गेट आज भी खुले हुए हैं। कल बुधवार सुबह 6:30 बजे से डैम के 5 गेट खोले गए थे। उसके बाद 2 और गेट खोल दिए गए। रतलाम में केदारेश्वर महादेव मंदिर का झरना सीजन में तीसरी बार बह निकला। मंदिर परिसर में पानी ही पानी हो गया। डिंडौरी और शिवपुरी में भी सुबह से बारिश हो रही है।
इससे पहले बुधवार को रतलाम, दमोह में भारी बारिश हुई। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन समेत 30 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई।
जिन जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान बारिश होने की संभावना है, उनमें नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर जिले शामिल हैं। यहां ढाई से साढ़े 4 इंच पानी गिर सकता है।
रतलाम में 3 इंच बारिश, दमोह में ढाई इंच पानी गिरा प्रदेश से मानसून ट्रफ के गुजरने की वजह से बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहा। रतलाम में 9 घंटे में करीब 3 इंच बारिश हो गई। इस वजह से सड़कों पर पानी भर गया। दमोह में ढाई इंच बारिश दर्ज की गई।
इसी तरह इंदौर, गुना, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, भोपाल, नरसिंहपुर, उज्जैन, बैतूल, टीकमगढ़, छतरपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, शाजापुर, आगर-मालवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, रीवा, सागर, सतना, सीधी, नरसिंहपुर, उमरिया, बालाघाट, राजगढ़, विदिशा, देवास में कहीं तेज तो कहीं बूंदाबांदी का दौर जारी रहा।
इंदौर में बुधवार को एक पुराना मकान अचानक भरभराकर गिर गया। मकान पिछले कुछ महीनों से खाली पड़ा था। हादसा जवाहर मार्ग से चंद्रभागा जूनी इंदौर की ओर जाने वाले लिंक रोड पर हुआ। अचानक हुए इस हादसे से आसपास के लोग घबरा गए। घटना की जानकारी मिलते ही रावजी बाजार पुलिस मौके पर पहुंची। गनीमत रही कि हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। रायसेन जिले में स्कूल से घर वापस लौटते समय एक छात्र साइकिल के साथ नाले में बह गया। जिसे ढूंढने के लिए टीमें जुट गईं।