हैदराबाद साउथ जोन टास्क फोर्स पुलिस ने 12 सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया है जो राज्य में स्मार्टफोन चोरी कर रहे थे और बेच रहे थे. इसके साथ ही चोरी के फोन खरीदकर सूडान ले जा रहे पांच नागरिकों को भी पकड़ लिया गया. 17 आरोपियों से 1.75 करोड़ रुपये कीमत के 703 स्मार्टफोन और एक बाइक जब्त की गई.
हैदराबाद पुलिस कमिश्नर कोट्टाकोटा श्रीनिवास रेड्डी ने शुक्रवार को बशीर बाग में इस मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस गिरोह के सदस्य हर माह कुछ युवकों को कुछ रकम देकर कई फोन चोरी कर रहे हैं.
हैदराबाद के तड़बुंद के सजावट कर्मचारी मोहम्मद मुजामिल उर्फ मुज्जू (19) और जहांनुमा के ड्राइवर सैयद अबरार (19) ने हाल ही में एलबी नगर पुलिस स्टेशन की सीमा में एक बाइक चुराई. दोनों ने बंदलागुडा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक सुनसान इलाके में एक चौकीदार को घायल कर दिया और मोबाइल लेकर भाग गए. आयुक्त श्रीनिवास रेड्डी ने जांच के आदेश दिए क्योंकि हाल ही में सेल फोन चोरी के मामले बढ़े थे.
साउथ जोन टास्क फोर्स पुलिस ने मोहम्मद मुजम्मिल और सैयद अबरार को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तस्करी गिरोह के लिंक का खुलासा हुआ. मुजम्मिल और अबरार द्वारा चुराए गए फोन जगदीश मार्केट के दुकानदार, व्यापारी और तकनीशियन खरीद रहे थे. पुलिस ने मोहम्मद जाकिर (35), मोहम्मद अख्तर (32), शेख अजहर (31), मोहम्मद खाजा निजामुद्दीन उर्फ कैसर (49), मोहम्मद शफी उर्फ बबलू (28) ), जे एलमांडा रेड्डी (44), सैयद लईख (32), शेख अज़हर मैनुद्दीन (32), पठान रब्बानी खान (34), मोहम्मद सलीम (20) को गिरफ्तार किया.
उनमें से मोहम्मद शफी उर्फ बबलू संबंधित फोन हैदराबाद में रहने वाले पांच सूडानी लोगों के गिरोह को भी बेच रहा था. उस गिरोह के मोहम्मद अलबदवी (36), उस्मान बबिकर (36), सली अब्दुल्ला (34), सिद्दीग अहमद (34) और एल्तैयब मोहम्मद (27) ने पैक किए गए खाद्य पदार्थों के बीच फोन छिपा दिए और उन्हें जहाजों के माध्यम से अपने देश ले गए और उन्हें बेच दिया. संदेह है कि वे अब तक हजारों फोन इधर-उधर कर चुके हैं. पुलिस ने पाया कि व्यवसाय और शिक्षा के नाम पर भारत आए सूडानी नागरिक बंजारा हिल्स और मसाब टैंक इलाकों में अवैध रूप से रह रहे थे.
पुलिस ने कहा कि जगदीश मार्केट में सेलफोन की दुकान का मालिक जे. एलामांडा रेड्डी केवल चोरी के iPhone खरीद रहा था. उन्होंने कहा कि अमेरिका और अन्य देशों में कुछ आईफोन खो जाने का झूठा बीमा दावा करते हैं और फिर उन फोन को भारत लाते हैं और यहां कम कीमत पर बेचते हैं.