Chattisgarh: बालोद जिले के डोंडी लोहारा ब्लॉक के ग्राम खामभाट से पितृ भोज करने के बाद त्राहि- त्राहि मच गई, लोग उल्टी दस्त का शिकार होने लगे.
दरअसल गांव में चैन सिंह के यहां पितृ भोज का आयोजन किया गया था. जहां 50 परिवार के लोग शामिल हुए थे और भोजन करने के कुछ घंटों बाद लोगों की तबियत बिगड़ने लगी जिसमे सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं शामिल है आनन फानन में स्वास्थ विभाग को सूचना दी गई, जहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्थाई कैंप बनाया गया है.
आपको बता दें कि भोजन करने के बाद 72 ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हो गए. इसमें 22 बच्चे भी शामिल हैं, जिनमें 2 लोगों की हालत गंभीर है. उन्हें राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रिफर किया गया है.
अभी हालत नियंत्रण में
बालोद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महेश सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि जब हमें सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा वहां पर अस्थाई कैंप लगाया गया था. सभी पीड़ित व्यक्तियों को आईडेंटिफाई करने के बाद प्राथमिकता से उनका इलाज किया गया. जिसके कारण स्थिति अब नियंत्रण में है.
उन्होंने बताया कि वहां पर अभी के हालात में दो से तीन नए मरीज सामने आए हैं और उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है और जिनका रिफर किया गया था उनकी स्थितियों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ऑब्जर्वेशन में सभी मरीजों को रखा गया है.
नए बोर का था पानी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक रूप से दूषित पानी पीने का वजह पूरे घटनाक्रम में सामने आ रहा है जी बोर से लोगों ने पानी पिया था. वहां पर दो दिन पहले ही मोटर डाला गया था वह नया बोर है शायद वहां पर पानी का जांच नहीं कराया गया था.
वहीं उन्होंने कहा कि इस जगह पर एक कुआं भी बना हुआ है ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां लोगों ने कुएं का पानी भी पिया हुआ है.
विधायक भी पहुंचे गांव
घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक कुंवर सिंह निषाद घटनास्थल गांव पहुंचे और वहां उन्होंने सभी पीड़ित मरीजों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि अधिकारियों के साथ हम निरीक्षण कर रहे हैं अधिकारियों को उचित देखभाल और व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है जिनके घर पानी पीने के बाद लोग बीमार हुए उनके घर पर जाकर भी विधायक ने निरीक्षण किया.