देवास में सातवीं के छात्र की निर्मम हत्या, शरीर पर मिले 17 वार के निशान

मध्य प्रदेश के देवास जिले के सोनकच्छ थाना क्षेत्र के कराड़िया परी गांव में शनिवार रात उस समय सनसनी फैल गई, जब 13 वर्षीय छात्र वेदांश सिंह झाला का शव गांव में एक हार्वेस्टर मशीन के नीचे पड़ा मिला। पोस्टमार्टम के दौरान उसके चेहरे, गले और हाथों पर धारदार हथियार से किए गए 17 वार के निशान पाए गए। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, वेदांश शनिवार शाम अपने घर में गणेशजी की पूजा करने के बाद गांव के सार्वजनिक गणेश पंडाल में जाने के लिए निकला था। देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इसी दौरान उसका शव हार्वेस्टर मशीन के नीचे मिला। चेहरे पर भी धारदार हथियार से वार के गहरे निशान थे, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उसकी बेरहमी से हत्या की गई है।

घटना की सूचना मिलते ही सोनकच्छ एसडीओपी दीपा मांडवे, थाना प्रभारी आशीष राजपूत और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद देवास से एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की रूपरेखा तैयार की। पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है और आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

रविवार सुबह जब शव का पोस्टमार्टम समय पर नहीं हुआ, तो परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने अस्पताल के बाहर नारेबाजी करते हुए धरना दिया और बीएमओ को हटाने की मांग की।

वेदांश कक्षा सातवीं में पढ़ता था और परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी एक बड़ी बहन है। घटना के बाद से परिवार गहरे सदमे में है और गांव में शोक का माहौल है।

इस जघन्य वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया है। मासूम की निर्मम हत्या के पीछे किसकी साजिश है, इसका खुलासा पुलिस जांच के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल ग्रामीण न्याय की मांग कर रहे हैं और प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।

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