महाराष्ट्र के मुंबई के कुर्ला इलाके से एक परिवार के रात के खाने की कहानी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बदल गई. शेख रूबी नाम की एक महिला अपने परिवार के साथ 3 फरवरी को स्थानीय रेस्तरां में गई और वहां उसे चिकन बिरयानी का ऑर्डर दिया. जैसे ही उसने बिरयानी खाई वैसे ही एक हड्डी का टुकड़ा गले में फंस गया और वह एक महीने तक दर्द से तड़पती रही. महिला ने कभी नहीं सोचा था कि उसे बिरयानी खाने से उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा, जहां इलाज के दौरान लाखों रुपये खर्च हो जाएंगे.
मुंबई के कुर्ला इलाके में रहने वाली शेख रूबी 3 फरवरी को अपने परिवार के एक रेस्टोरेंट में गई थी और सभी ने एक साथ चिकन बिरयानी खाई. हालांकि, इस दौरान रूबी के गले में हड्डी फंस गई. इसके चलते परिवार के लोग उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद सीटी स्कैन कराने की सलाह दी. हालांकि, इसी दौरान रुबी ने कहा कि वह कोई टेस्ट नहीं कराना चाहती और फिर वह घर चली आई.
महिला के गले में फंसी हड्डी
गले में हड्डी फंसने के दो दिन बाद रूबी को तेज बुखार और हाई ब्लड प्रेशर के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया. एक्स-रे और सीटी स्कैन करने वाले डॉक्टरों ने जब गले में हड्डी फंसी देखी तो उन्होंने तुरंत ऑपरेशन करने की सलाह दी. डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि अगर ऑपरेशन नहीं करोगे तो रुबी की जान खतरे में पड़ी सकती है. यह सुनकर परिवार ऑपरेशन के लिए तैयार हो गया.
ऑपरेशन में आया 8 लाख का खर्च
ऑपरेशन में दो घंटे लगने थे, लेकिन इसमें करीब 8 घंटे लग गए. आखिरकार उन्होंने ऑपरेशन करके हड्डी निकाल दी. डॉक्टरों का कहना है कि मरीज के खांसने पर हड्डी अपनी मूल स्थिति में ऊपर की ओर खिसक गई. इस कारण ऑपरेशन ज्यादा समय लगा. डॉक्टरों ने इसे एक दुर्लभ मामला बताया गया है. मामले की जानकारी देते हुए रूबी के पति ने बताया कि ऑपरेशन का कुल बिल 8 लाख रुपये आया था. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन दोस्तों, रिश्तेदारों और परिचितों से मिले चंदे से कराया गया है.
21 दिनों तक विशेष ट्यूब से खाया खाना
इस ऑपरेशन के बाद रूबी को 21 दिनों तक अपने गले में डाली गई एक विशेष ट्यूब के माध्यम से खाना खाना पड़ा. रूबी ने बताया कि एक महीने बाद वह ठीक हो गई और अब वह कभी भी वह बिरयानी नहीं खाएगी, जिसकी वजह से उसे इतनी परेशानी हुई थी. वह घर पर कभी भी बिरयानी नहीं बनाएगी.