9 महीने के बच्चे ने निगला LED बल्ब, अहमदाबाद में सफल सर्जरी से ऐसी बची जान 

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां 9 महीने के बच्चे ने गलती से खिलौने में लगे LED बल्ब को निगल लिया, जो उसकी श्वासनली में फंस गया था. इस गंभीर स्थिति में बच्चे के माता-पिता जूनागढ़ के मांगरोल से लगभग 19 दिन तक परेशान रहे और अंत में इलाज के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे.

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दरअसल, जुनागढ़ के मांगरोल में रहने वाले कारपेंटर जुनैद यूसुफ और उनकी पत्नी तबस्सुमबेन पिछले 19 दिनों से अपने बच्चे की लगातार खांसी से परेशान थे. बच्चे की हालत देखकर वे स्थानीय डॉक्टरों से मिले, जिन्होंने बच्चे के सीने का एक्स-रे करवाया. एक्स-रे में श्वासनली में कोई वस्तु फंसी होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें अधिक उपचार के लिए राजकोट जाने की सलाह दी गई. आर्थिक तंगी के कारण वे राजकोट नहीं जा सके और 3 जून को अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे.

अहमदाबाद के बालरोग विभाग के डॉक्टरों ने बच्चे को तुरंत पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भर्ती किया. हेड डॉक्टर राकेश जोशी और एनेस्थीसिया विभाग की प्रोफेसर डॉक्टर निलेश की टीम ने मिलकर बच्चे की ब्रोंकोस्कोपी की. इस प्रक्रिया में दाहिनी श्वासनली में फंसे LED बल्ब को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया. डॉक्टरों ने बताया कि छोटे बच्चे अक्सर लापरवाही से ऐसी चीजें निगल जाते हैं जो श्वासनली में फंस जाती हैं, जिससे शुरुआती इलाज में मुश्किल होती है

डॉक्टर राकेश जोशी ने माता-पिता से अपील की कि वे अपने छोटे बच्चों पर हमेशा नजर रखें और उन्हें ऐसे खिलौने दें जिनमें छोटे पार्ट्स न हों, ताकि ये हादसे न हों. उन्होंने बताया कि इस बच्चे की सर्जरी सफल रही और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है. बच्चे के परिवार में राहत का माहौल है और जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी.

अहमदाबाद सिविल अस्पताल में बाल चिकित्सा सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ राकेश जोशी ने कहा, कई मामलों में हम देखते हैं कि छोटे बच्चे लापरवाही से कुछ निगल लेते हैं जो सांस की नली में फंस जाता है. बच्चे इतने समझदार नहीं होते कि कुछ बता सकें. ऐसी स्थिति में शुरुआत में इलाज मुश्किल साबित होता है और अभिभावकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. यह सभी अभिभावकों के लिए एक सबक है कि बच्चे को खेलने के लिए जो भी चीजें दें वह ऐसी न हो कि उनमें से कुछ गले में फंस जाएं. फिलहाल, बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है. परिवार में अब सुकून का माहौल है. बच्चे को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी

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