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मौत से जूझती 9 साल की मासूम: सड़क हादसे ने छीनी मासूम की खुशियाँ, इलाज के लिए ढूंढ रही मदद!”

 

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छिंदवाड़ा :- तीन महीने पहले लावाघोघरी के बोदलढाना में सडक़ हादसे में घायल 9 साल की बच्ची को बेसुध अवस्था में पहुचाने वाला आरोपी आज भी खुला धूम रहा है.पुलिस ने आज तक उस पर कोई मामला दर्ज नहीं किया है.मौसी मां उसका तीन महीने से इलाज करवा रही है. अब उसके पास पैसे भी खत्म हो गए है.

जिला अस्पताल से भी उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है.सियावती ने बताया कि मोनिका भोपा उसकी छोटी बहन की बेटी है.उसके दो बेटे है.मोनिका के माता-पिता नहीं होने के कारण उसे बोदलढाना लेकर आ गए थे.वह यहां रहकर पढ़ाई लिखाई कर रही थी.घर के सामने खेलते समय मोटर साइकल वाले ने टक्कर मार दी थी.उसके नाक मुंह और कान से खून बह रहा था.

वह बेहोश सडक़ पर पड़ी थी.टक्कर मारने वाले को पकडक़र इलाज के लिए नागपुर ले गए. वहां श्योरटेक अस्पताल में भर्ती कराया.जहां बताया गया कि सिर में गहरी चोट है.तीन दिन तक उसने इलाज करवाया.इसके बाद वह भागकर आ गया.जैसे तैसे हम लोगों ने यहां वहां से पैसे उधार लेकर उसका इलाज करवाया.

पैसे खत्म होने के बाद अस्पताल वालों ने डिस्चार्ज कर दिया.उसके घर लेकर लेकर आ गए. करीब पंद्रह दिन के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से भी डिस्चार्ज कर दिया है.मेरी बच्ची कुछ बोल नहीं पा रही है.वह बेसुध है.उसका सब कुछ मैं ही कर रही हूं.यह बताते बताते महिला फबक-फबक कर रो पड़ी.रोते रोते उसने बताया कि अब मेरे पास इलाज कराने क लिए पैसे भी नहीं है.

पुलिस ने अभी तक मोटर साइकल वाले की रिपोर्ट नहीं लिखी है। हालांकि पुलिस ने क्या कार्रवाई की है, यह देखने के बाद ही पता चलेगा.फिलहाल तो मोटर साइकल वाले ने बच्ची का भविष्य बर्वाद कर दिया.

मां की कर दी थी हत्या

सियावती ने बताया कि बेटी के पिता ने कोरोना के पूर्व पत्नी की हत्या कर दी थी। जिसके बाद उन्हें सजा हो गई। तब से बेटी हमारे पास रह रही है.हम उसका पालन पोषण कर रहे है। उसे पढ़ा लिखा रहे है। उसके माता-पिता की स्थिति के बाद मोटर साइकल वाले ने उसे भी ऐसी अवस्था में पहुंचा दिया। उसकी जिदंगी बर्वाद कर दीदी.

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