न कोई नॉमिनी, न ही जिंदा महंत… फिर भी उनके खाते से 90 लाख रुपये के गायब हो गए. यहां बात मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के महंत कनक बिहारी दास की हो रही है. रघुवंशी समाज के महंत कनक बिहारी पहली बार उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर के लिए 1 करोड़ रुपये का दान देने का ऐलान किया था. अब उनके खाते से गायब हुई राशि के मामले ने सबको हैरत में डाल दिया है. हैरानी की बात ये है कि उनका निधन हो चुका है और उन्होंने किसी को आपना नॉमिनी भी नहीं बनाया था, इसके बावजूद उनके खाते से पैसे गायब हो गए तो कैसे?
इस पूरे मामले में शक की सुई बैंक मैनेजर, साध्वी और कुछ अन्य लोगों पर जा रही है. छिंदवाड़ा के लोनीकलां में मौजूद राम जानकी मंदिर के महंत ने भी इन्हीं पर पैसे के गबन का आरोप लगाया है. महंत ने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. सड़क हादसे में महंत कनक बिहारी दास की 2023 में मौत हो गई थी.
किसी को नहीं बनाया था नॉमिनी
श्याम सिहं के मुताबिक, मृतक महंत कनक बिहारी दास ने 88 लाख 74 हजार 81 रुपए बैंक अकाउंट में जमा किए थे. ये सारे रुपये 16 अक्टूबर 2023 तक जमा थे. मृतक महंत ने किसी को भी अपने रुपयों का नॉमिनी नहीं बनाया था. श्याम सिंह के अनुसार उन्होंने बैंक में जमा पैसों के लिए आवेदन दिया था, लेकिन कनक बिहारी दास के द्वारा किसी को नॉमिनी नहीं बनाए जाने की वजह से पैसे नहीं निकल पाए. इसके बाद महंत श्याम सिंह कोर्ट में पहुंचे थे. कोर्ट में मामला अभी तक चल रहा है.
महंत श्याम सिंह ने आरोप लगाया है कि महंत कनक बिहारी के खातों से रुपये निकालकर धोखाधड़ी की गई है. इस मामले में उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक मैनेजर पंकज शर्मा और भोपाल कोलार की रहने वाली साध्वी लक्ष्मीदास और अन्य लोगों पर आरोप लगाए हैं. इस पूरे मामले में उन्होंने जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.