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कनकधाम आश्रम के 90 लाख रुपये फ्रॉड कर बैंक से निकाले, पुलिस को साध्वी की तलाश, रखा ईनाम

अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में एक करोड़ 11 लाख रुपये का चंदा देने वाले स्वर्गीय कनक बिहारी दास के कनकधाम स्थित आश्रम के 90 लाख रुपये फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से निकलाने वाली साध्वी के विदेश फरार हो जाने की आशंका जताई जा रही है.

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पुलिस ने फरार साध्वी पर 10,000 रुपये का ईनाम घोषित किया है, जबकि आक्रोशित रघुवंशी समाज ने भी सुराग देने वाले को 50,000 रुपये का ईनाम दिए जाने की घोषणा की है.

छिंदवाड़ा के चौरई थाने में श्याम सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि भोपाल के कोलार इलाके में फ्लैट में रहने वाली कथित रीना रघुवंशी उर्फ साध्वी लक्ष्मी दास ने कनकधाम आश्रम के महंत कनक बिहारी दास के खाते से 90 लाख रुपये की राशि निकाली है. इस मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है.

श्याम सिंह ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के प्रबंधक पंकज शर्मा पर भी सांठगांठ कर राशि निकालने का भी आरोप लगाया है. इसके अलावा अन्य लोगों के खिलाफ भी शिकायत की गई है.

साउथ अफ्रीका में रहते हैं रिश्तेदार

छिंदवाड़ा आईजी अनिल कुशवाहा के मुताबिक साध्वी लक्ष्मी दास पर ₹10000 का ईनाम रखा गया है. पुलिस भोपाल सहित अन्य ठिकानों पर उनकी तलाश कर रही है. बताया यह भी जा रहा है कि रीना रघुवंशी के रिश्तेदार साउथ अफ्रीका में रहते हैं. घटना के बाद से ही उनके माता-पिता भी लापता है. यह आशंका जताई जा रही है कि साध्वी भी साउथ अफ्रीका जा सकती है.

न्यायालय में लगे अग्रिम जमानत

परसोली के श्याम सिंह की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई कर दी है. दूसरी तरफ साध्वी की ओर से न्यायालय के समक्ष अग्रिम जमानत के लिए एप्लीकेशन लगाई गई है. श्याम सिंह का आरोपी की साध्वी ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए एसबीआई से अपना मोबाइल नंबर इंटरनेट बैंकिंग के लिए स्वीकृत करा लिया. इसके बाद उसने 90 लाख रुपये की कनक धाम की राशि को अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया और फरार हो गई.

जाने-माने महंत थे कनक बिहारी दास

श्री राम जानकी मंदिर कनकधाम के कनक बिहारी दास महाराज जीवन भर ब्रह्मचारी रहे थे. उन्होंने साल 2018 में वसीयत लिखी थी जिसमें श्याम सिंह को उनके उत्तराधिकारी बताया था. कनक बिहारी दास उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए एक करोड़ 11 लाख रुपये आश्रम की ओर से दान दिया था.

दूसरी तरफ साध्वी एक और वसीयत का दावा करते हुए खुद को कनक बिहारी दास का उत्तराधिकारी बता रही है. हालांकि उनके फरार हो जाने से दावों की पोल खुल गई है. कनक बिहारी दास का 17 अप्रैल 2023 को सागर- नरसिंहपुर मार्ग पर सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था.

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