आंध्र प्रदेश के श्री सत्यसाई जिले में पिछले 5 वर्षों में ऑटोमोबाइल कंपनी किआ (Kia Automobile Company) के करीब 900 कार इंजन कथित तौर पर चोरी हो गए. एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि इस मामले में दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. श्री सत्यसाई जिले के पेनुकोंडा में किआ कंपनी का कार मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थित है. पुलिस का मानना है कि इंजन चोरी की शुरुआत करीब 5 साल पहले हुई थी और कंपनी ने गत 19 मार्च को इस संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने पेनुकोंडा के सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर वाई वेंकटेश्वरलू के हवाले से लिखा, ‘चोरी का यह सिलसिला 2020 में शुरू हुआ था और करीब पांच साल से लगातार जारी है. हम इसकी गहराई से जांच करेंगे. प्रारंभिक जांच में 900 इंजन चोरी होने की पुष्टि हुई है. ये इंजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट तक ले जाने के दौरान रास्ते और परिसर के अंदर से चुराए गए थे. पुलिस को संदेह है कि इतने बड़े पैमाने पर हुई इस चोरी के पीछे कंपनी में काम करने वाले कुछ कर्मचारी हो सकते हैं.’
पुलिस जांच के सिलसिले में कंपनी के पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों से पूछताछ कर सकती है. पुलिस ऑफिसर वेंकटेश्वरलू ने कहा, ‘यह बाहरी लोगों का काम नहीं है- यह अंदर से ही हुआ है. मैनेजमेंट की जानकारी के बिना कंपनी के प्लांट से एक छोटी सी चीज भी बाहर नहीं जा सकती. हम जांच कर रहे हैं कि इसमें कौन शामिल था. हमने प्रारंभिक जांच की है और कुछ खामियां पाई हैं. अब हम कुछ पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं, हालांकि हमारा मानना है कि कुछ मौजूदा कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं.’
पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की हैं. जांच के दौरान पुलिस ने सबूत के तौर पर कई रिकॉर्ड एकत्र किए हैं. कंपनी के अधिकारियों की ओर से इस मामले पर फिलहाल सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है. इस बीच, किआ कंपनी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा ईमेल किए गए उस सवाल का जवाब नहीं दिया, जिसमें स्पष्टीकरण मांगा गया था कि कंपनी 5 साल तक इस चोरी का पता लगाने में विफल क्यों रही. साथ ही कंपनी के इन्वेंट्री सिस्टम की प्रभावशीलता और चोरी हुए इंजनों की कीमत के बारे में भी सवाल पूछे गए थे, जिनका जवाब नहीं मिला.