पत्नी के मंगलसूत्र के लिए मांग-मांगकर जमा किए 1100 रुपये, वायरल हो रहे 93 साल के बुजुर्ग ये है पूरी कहानी

छत्रपति संभाजीनगर में रहने वाले 93 साल के निवृत्ति शिंदे और उनकी पत्नी शांताबाई इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं. ये बुजुर्ग दंपत्ति सड़क पर लोगों से मांगकर अपना गुजारा करते हैं. एक दिन निवृति शिंदे मांग-मांग कर जमा किए 1100 रुपये लेकर अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदने एक ज्वैलरी शॉप पहुंच गए.

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रिपोर्ट के अनुसार, निवृत्ति शिंदे ने अपनी पत्नी के लिए ‘मंगलसूत्र’ खरीदने के लिए एक महीने में 1100 रुपये इकट्ठा किए थे. उनकी कहानी सुनने के बाद, आभूषण दुकान के मालिक ने उन्हें 20 रुपये में ‘मंगलसूत्र’ दे दिया. इस घटना का वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रही है. जानते हैं क्या है इस घटना के अंदर की पूरी कहानी?

मंदिर के बाहर सड़क किनारे रहते हैं बुजुर्ग दंपत्ति
छत्रपति संभाजीनगर में गजानंद मंदिर के बाहर एक 93 साल के बुजुर्ग मांगकर किसी तरह गुजारा करते हैं. वो दिन भर ट्रैफिक सिग्नल पर आने-जाने वाले लोगों से पैसे मांगकर अपना पैसा जमा किया और ज्वैलरी शॉप गए. वहां अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र दिखाने को कहा, जब दुकानदार ने कीमत मांगी तो ये सिर्फ 1100 दे पाए.

 

मांग-मांगकर करते हैं किसी तरह गुजारा
स्थानीय लोगों ने बताया कि ये दोनों पति-पत्नी गजानंद मंदिर के आसपास ही रहते हैं. इनका घर औरंगाबाद के किसी गांव में है. वहां इनका एक बेटा भी है. वह भी मजदूरी करता है. बुजुर्ग का कहना है कि बेटों ने कर्ज ले रखा था. इस वजह से इन्हें यहां आकर लोगों से मांग-मांगकर गुजारा करना पड़ रहा है. एक स्थानीय युवक ने कहा कि ये दिन भर एक-एक, दो-दो रुपया मांगकर कुछ पैसे जोड़ते हैं और हमारे पास आकर इन सिक्कों को देकर नोट लेते हैं, फिर अपने लिए खाना खरीदते हैं.

पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदने ज्वैलरी शॉप पहुंचने के बाद हुए वायरल
ऐसे की कई सारे सिक्के लेकर बुजुर्ग एक ज्वैलरी शॉप पहुंचे थे, जहां इन्होंने अपनी पत्नी के सोने के मंगलसूत्र खरीदने की इच्छा जताई, लेकिन उनके पास सिर्फ 1100 रुपया था. वहीं दुकानदार ने भी दरियादिली दिखाते हुए बुजुर्ग को बिना पैसे लिए गहने दे दिए. ये वीडियो काफी वायरल हुआ है.

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