Vayam Bharat

झारखंड में छात्राओं की शर्ट उतरवाने पर एक्शन… प्रिंसिपल रूम सील, लीगल अथॉरिटी ने दिए जांच के आदेश

झारखंड में धनबाद (Dhanbad) के स्कूल में हुई घटना ने झकझोर कर रख दिया है. आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने छात्राओं की शर्ट उतरवा दी और उन्हें बिना शर्ट के ब्लेजर में घर भेजा. अब इस मामले में झारखंड विधिक सेवा प्राधिकरण ने स्वत: संज्ञान लिया है. उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. इस बीच प्रिंसिपल के कमरे को सील कर दिया गया है.

Advertisement

स्कूल और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग

धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र लिखकर स्कूल और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. झरिया की भाजपा विधायक रागिनी सिंह ने भी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है. उत्तम मुखर्जी के नेतृत्व में सीडब्ल्यूसी की टीम मामले की जांच करेगी और उन्होंने डीएसई से भी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.

शर्ट पर ऑटोग्राफ दे रहीं थीं छात्राएं

दरअसल, यह घटना बीते 9 जनवरी की है. धनबाद के प्रतिष्ठित स्कूल में 10वीं की छात्राएं प्री बोर्ड के आखिरी पेपर के दिन पेन डे मना रही थीं. छात्राएं अपनी सहेलियों को शुभकामनाएं दे रही थीं और शर्ट पर ऑटोग्राफ दे रही थीं, ताकि ये अच्छी यादें सहेज सकें. छात्राओं का यह जश्न स्कूल की प्रिंसिपल को पसंद नहीं आया और वह इससे नाराज हो गईं.

CCTV में कैद हुई घटना

इसके बाद करीब 80 छात्राओं से जबरन शर्ट उतरवा दी. छात्राओं को बिना शर्ट के ब्लेजर में घर भेज दिया गया. छात्राएं रोती रहीं, लेकिन स्कूल प्रबंधन पर इसका कोई असर नहीं हुआ. बार-बार अनुरोध के बावजूद प्रबंधन ने नहीं सुनी. यह घटना CCTV में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. स्कूल में हुई इस घटना को लेकर छात्राओं के अभिभावक भड़क गए. नाराज अभिभावकों ने धनबाद की डीसी माधवी मिश्रा से मुलाकात की.

अभिभावकों ने कहा कि स्कूल प्रबंधन की इस हरकत से छात्राएं मानसिक तनाव में हैं. उनकी बोर्ड परीक्षा की तैयारी प्रभावित हो सकती है. अभिभावक बच्चियों को समझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि अगर इन लड़कियों में से कोई अपनी जान को खतरे में डालती तो इसका जिम्मेदार कौन होता? सोशल मीडिया पर भी लोग स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल पर सवाल उठा रहे हैं.

इसके अलावा झारखंड अभिभावक संघ ने इस घटना के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को एक पत्र लिखकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसमें कहा गया है कि झारखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने धनबाद के स्कूल में छात्राओं के साथ हुई घटना की घोर निंदा की है. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

Advertisements