खैरागढ़ : पुलिस को चार पहिया वाहन में मवेशियों को भरकर महाराष्ट्र के कत्लखाने ले जाने वाले फरार आरोपियों को बचाने के नियत से मिथ्या साक्षी प्रस्तुत करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में आज बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. फरार मुख्य आरोपी द्वारा स्वयं को बचाने एवं पुलिस की विवेचना कार्यवाही को भ्रमित करने के लिए अपने चार साथियों के साथ योजना बनाकर मामले में प्रस्तुत किए थे फर्जी दस्तावेज.
पूरा मामला मवेशियों की तस्करी से जुड़ा है जिस पर पुलिस ने बीते 23 दिसंबर को मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए एक चार पहिया वाहन में महाराष्ट्र राज्य की ओर कत्ल खाने ले जाते वाहन को ग्राम पाड़ादाह के तालाब के पास पकड़ा था, जिसमें पुलिस ने एक भैंसा और दो भैंस सहित चार पहिया वाहन को जप्त किया था.
वही मौके से मवेशी तस्करी में लिप्त दो मुख्य आरोपी सोनू और दिनेश मौके से फरार हो गए थे वही पुलिस ने मौके से एक नाबालिग को गिरफ्तार किया था. वही अब पूरे मामले में फरार चल रहे मुख्य दोनों आरोपियों ने पुलिस की विवेचना को गुमराह करने के लिए बीते 12 जनवरी को चार व्यक्तियों को खैरागढ़ पुलिस थाना भेज कर पकड़े गए पशुओं का फर्जी रसीद पेश किया गया.
जिसके बाद थाना प्रभारी खैरागढ़ को पेश किए गए कागजों पर शंका होने पर इसकी जांच की गई जो जांच में फर्जी पाए गए , जिसके बाद इन सभी चार आरोपियों को पुलिस ने बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. पूरे मामले का खुलासा आज खैरागढ़ एसडीओपी लाल चंद महाले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया.