उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पुलिस की तत्परता और कुशलता का एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है. यहां मामूली विवाद पर जेठानी से झगड़ने के बाद देवरानी ने फंदा बनाकर सुसाइड की कोशिश की. लेकिन शिकायत पर पहुंची पीआरबी की टीम ने महज 4 से 5 मिनट के भीतर ही पहुंचकर फंदे से लटक रही महिला को उतार लिया और सीपीआर देकर उसकी जान बचा ली. रेस्क्यू के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. घटना वाराणसी के पांडेपुर क्षेत्र की है.
वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के जेडी नगर कॉलोनी में भट्टाचार्य परिवार रहता है. डाक विभाग में कर्मचारी रणवीर भट्टाचार्य की पत्नी रूपा भट्टाचार्य का अपने जेठ आदर्श भट्टाचार्य की पत्नी सुलेखा के साथ विवाद हो गया था. इसके बाद मामूली कहासुनी के बाद रूपा ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया. यह देखकर घर वालों ने इसकी शिकायत तुरंत पुलिस को की.
डायल-112 की पहाड़ियां इलाके में मौजूद पुलिस की टीम चार से पांच मिनट के भीतर ही मौके पर पहुंच गई. जब काफी मिन्नत के बाद भी रूपा ने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो बड़ी घटना की आशंका पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया.
कमरे के अंदर का मंजर देखकर सभी के होश उड़ गए. रूपा अपने दुपट्टे के सहारे फालसिलिंग की खुटी से लटक रही थी. तुरंत ही पुलिस के एक जवान ने उसकी जान बचाने के लिए उसे पैरों से पकड़ लिया और नजदीक खड़े परिजनों से मदद ली. पुलिस के अन्य जवान रूपा को फंदे से उतारने में जुट गए. चन्द ही सेकंड बाद रूपा को उतार लिया गया.
इसके बाद उसके होश में ना आने पर पुलिस के जवान रवि कुमार ने उसे सीपीआर देना शुरू किया. बड़ी ही मशक्कत के बाद रूपा होश में आ सकी. महिला की जान बचाने के बाद उसे अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करके उसे डिस्चार्ज कर दिया