सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों के झुंड कई बार हमलावर हो जाते हैं. कुत्तों का किसी भी व्यक्ति को दौड़ा लेने की घटना तो आम है, लेकिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में इन आवारा कुत्तों का झुंड एक योग शिक्षिका के लिए जानलेवा सिद्ध हुआ. कुत्तों के दौड़ाने पर योग शिक्षिका स्कूटी नहीं संभाल पाई और अपनी जान गंवा बैठी. आवारा कुत्तों के मामले में नगर निगम के नियम भी सख्त नहीं है, जिसकी वजह से कई बार जानलेवा घटना हो जाती है.
कानपुर के बर्रा में रहने वाली योग शिक्षिका अन्नपूर्णा सिंह योग शिक्षिका थी. योग सिखाने के लिए वो काकादेव आया करती थी. योग सिखाने के बाद मंगलवार देर रात को वो काकादेव से अपने घर स्कूटी से वापस जा रही थी. नवीन नगर के पास कुत्तों के झुंड ने उनके पर एक दम से हमला कर दिया और अचानक किए गए हमले से वो अपनी स्कूटी पर नियंत्रण नहीं रख पाई. अन्नपूर्णा सिंह स्कूटी समेत सड़क पर गिर गई और हेलमेट न लगाने की वजह से उनके सिर से खून निकलने लगा.
सिर में चोट लगने से हुई मौत
आस पास के स्थानीय लोगों ने योग शिक्षिका को तुरंत उठाया और पास के अस्पताल ले गए. वहां पर डॉक्टर्स ने बताया कि उनकी मृत्यु हो चुकी है. हादसे में मौत होने की वजह से पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस के अनुसार डॉक्टर ने मृत्यु का कारण सिर में चोट लगना बताया है. आवारा कुत्तों की वजह से मौत के मामले पहले भी आए थे. साल 2024 में आवारा कुत्तों ने एक बच्ची पर हमला करके उसको नोचकर मार डाला था.
डेढ़ लाख आवारा कुत्ते हैं मौजूद
दरअसल नगर निगम भी इस मामले में सिर्फ नसबंदी करता है. जब भी आवारा कुत्तों के लिए अभियान चलाया जाता है तो कुत्तों की नसबंदी करके उनको वापस सड़क पर छोड़ दिया जाता है. अगर एक अनुमान की बात करें तो कानपुर शहर में ही अकेले तकरीबन डेढ़ लाख आवारा कुत्ते मौजूद हैं. कई जगहों पर लोग खाना खिलाते हैं, जिसके बाद कुत्ते वहां रहने लगते हैं. सीएसए यूनिवर्सिटी प्रशासन भी मॉर्निंग वॉकर्स से परेशान है, क्योंकि कई मॉर्निंग वॉकर्स यूनिवर्सिटी परिसर में कुत्तों को खाना देते हैं जिसकी वजह से कुत्ते वहीं रहने लगते है और स्टूडेंट्स को काट लेते हैं.