मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में मकर संक्रांति उत्सव के दौरान पतंग की डोर से गला कटने से 20 साल के एक कॉलेज छात्र की मौत हो गई. पुलिस ने बुधवार को ये जानकारी दी है. मंगलवार शाम फूटी कोठी इलाके में एक फ्लाईओवर पर हिमांशु सोलंकी मोटरसाइकिल चला रहे थे, तभी पतंग के मांझा के एक टुकड़े से उनका गला कट गया. द्वारकापुरी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, बीए सेकंड ईयर का छात्र अपने एक दोस्त के साथ रसोई गैस सिलेंडर लेने के लिए बाहर गया था.
अधिकारी ने कहा,उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन अत्यधिक ब्लीडिंग के कारण डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके. सोलंकी के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनकी मौत प्रतिबंधित ‘चीनी मांझा’, जो कि एक तेज नायलॉन की पतंग की डोर है, के कारण हुई.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने कहा कि मामले में जांच जारी है. उन्होंने कहा, ‘जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि यह प्रतिबंधित मांझा था या नहीं.’
बता दें कि मांझे के चलते दु्र्घटना का ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं. बीते 30 दिसंबर को गुजरात के सूरत में मकर संक्रांति के पहले पतंग की डोरी से बड़ा हादसा हुआ था. महिधरपुरा इलाके में स्कूटी सवार राकेश परमार का गला पतंग की डोरी से कट गया. जिससे उनका बैलेंस बिगड़ गया और वह सड़क पर गिर पड़े.
घटना दिल्ली गेट के पास डांगी शेरी में सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. 29 दिसंबर को राकेश परमार, जो बेगमपुरा में स्पोर्ट्स की दुकान चलाते हैं, अपनी दुकान बंद करके घर जा रहे थे. इसी दौरान महिधरपुरा इलाके से गुजरते वक्त आसमान से कटी हुई पतंग की डोरी उनके गले पर लिपट गई. डोरी की तेज धार से उनके गले पर गंभीर चोट आई.