ओडिशा के पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब मंदिर के एक सेवक की सीने में दर्द होने से मौत हो गई. वहीं मंदिर के सेवक की मौत के बाद से घर और साथियों के बीच मातम पसरा हुआ है. मृतक का नाम जगन्नाथ मेकाप था, जो पुरी के माटीमंडप साही इलाके का रहने वाला था और मंदिर में सुवरबड़ सेवक के रूप में काम करता था. जानकारी के मुताबिक, मेकाप को इससे पहले भी सीने में दर्द हुआ था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज होने पर उनका स्वास्थ्य ठीक हो गया था.
जानकारी के मुताबिक, जगन्नाथ मेकाप भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के द्विपहर धूप अनुष्ठान के दौरान गर्भगृह में पानी छिड़कते हुए गिर पड़े. जब उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की, तो अन्य सेवक और मंदिर के कर्मचारी उन्हें तुरंत मंदिर की एंबुलेंस से जिला मुख्यालय अस्पताल ले गए. लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित कर दिया. मेकाप के सीने में दर्द होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
मंदिर के सेवक की मौत से शोक
पुरी के कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वाई, एसपी विनीत अग्रवाल और मंदिर के नीति प्रशासक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल पहुंचे और मृत सेवक के परिवार को सांत्वना दी. वहीं जगन्नाथ मेकाप की मौत के बाद से परिवार में शोक की लहर है.
पहले भी पड़ चुका था अटैक
कलेक्टर ने बताया कि जगन्नाथ मेकाप को दो साल पहले दिल की बीमारी की वजह से जगन्नाथ अस्पताल में इलाज कराया गया था. स्वस्थ होने के बाद उन्होंने फिर से महाप्रभु की सेवा शुरू कर दी थी, दुर्भाग्य से आज सेवा के दौरान फिर उनके सीने में दर्द हुआ और जिसके बाद उन्हें मंदिर की एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
जगन्नाथ मेकाप के परिवार ने उनके बेटे को सेवा में नियुक्त करने का अनुरोध किया है. इस दुखद घटना से सेवकों और श्रद्धालुओं के बीच शोक का माहौल है.