छत्तीसगढ़ के माओवादी प्रभावित कोंडागांव में नक्सली संगठन के एक प्रमुख नेता ने आत्मसमर्पण कर दिया है. सरेंडर नक्सली का नाम गीजरू राम उसेंडी है. वह नक्सली संगठन के उत्तर बस्तर डिविजन के टेक्निकल एरिया कमेटी का कमांडर था, जिसने कोंडागांव पुलिस के सामने समर्पण कर दिया है.
उसेंडी पर 5 लाख रुपये का इनाम था और वह नक्सली संगठन के लिए देशी बंदूक, देशी लांचर सहित घातक हथियार बनाने और रिपेयर करने का जानकार है. उसेंडी ने एसपी वाय अक्षय कुमार के सामने समर्पण किया है. यह नक्सली संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उसेंडी एक प्रमुख नेता था और उसके समर्पण से संगठन को बड़ा नुकसान होगा.
लगातार नक्सली कर रहे सरेंडर
नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में सरकार की ओर से चलाए जा रहे अभियान के बीच कई खूंखार माओवादी हथियार डाल रहे हैं. पिछले दिनों एक लाख की इनामी महिला माओवादी ललिता उर्फ हाड़ो बघेल (36) ने सरेंडर किया था. ललिता साल 2005 से 2016 तक जनमिलिशिया सदस्य और 2016 से 2024 तक आमदई एलओएस पार्टी में सक्रिय सदस्य रही है.
क्यों सरेंडर कर रहे नक्सली?
पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण का यह कदम नक्सल उन्मूलन नीति और सुरक्षा बलों के प्रभावी अभियानों का नतीजा है. पुलिस की ओर से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे सिविक एक्शन प्रोग्राम और पुनर्वास योजनाओं की जानकारी के चलते नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं.