मध्य प्रदेश : विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर का यह पूरा मामला है जिसमें यह माना गया है कि हाथियों की मौत फंगस लगी कोदो की फसल खाने से ही हुई है. वहीं एनजीटी ने यह यह भी स्पष्ट किया है 1931 में तमिलनाडु में 14 हाथियों की मौत हुई थी. जिसका कारण भी मोटा अनाज था वहीं इसी तरह के खुलासा करके एनजीटी ने सबके चुका दिया है. वही मामले को लेकर बांधवगढ़ प्रबंधन ने मीडिया के सामने एनजीटी की रिपोर्ट पेश कर मामले का खुलासा किया है.
रिजर्व का जहां तीन महीने पहले छत्तीसगढ़ से होकर बांधवगढ़ आए जंगली हाथी ने किसानों की कोदो की फसल फसल को खाया था. जिसके कारण उनकी मौत हो गई थी. घटना के बाद तमाम वन्य प्राणी विशेष ने इस रिसर्च किया और अपनी रिपोर्ट भारत सरकार के साथ एनजीटी को सौंपी है इसके बाद एनजीटी ने यहां मन है कोदो की फसल में फंगस लगी हुई थी.
जिसको हाथियों ने खाया और वहां फूड पायजनिग का शिकार जिसके कारण एक एक कर दम तोड़ दिया वही ऐन जीटी ने वर्ष 1931 में तमिलनाडू की भी रिपोर्ट को सांझ किया है जहां ऐसे ही मोटे अनाज खाकर 14 हाथियों की मौत हो गई थी। एनजीटी के खुलासा के बाद से बांधवगढ़ पार्क प्रबंधन में वही रिपोर्ट मीडिया को सहज की है.