रवि कुमार सिर्फ एक किरदार का नाम नहीं, बल्कि 21वीं सदी की एक अभूतपूर्व घटना है. न उसके पहले कोई ऐसा हुआ, न उसके बाद कोई ऐसा होगा. वो पुरुष नहीं, महापुरुष है. वो काल से परे है क्योंकि वो खुद ही दुश्मनों का काल है. जिन तूफ़ानों में लोगों के झोंपड़े उड़ जाते हैं, उनमें रवि कुमार अपने कपड़े सुखाता है. वो बुरे लोगों का नवाब है. कुंडली में शनि, घी के साथ हनी और रविकुमार से दुश्मनी, सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है. काहे कि मुजरिमों को सजा दे उसे सरकार कहते हैं, मुजरिमों को जो उड़ा दे उसे रविकुमार कहते हैं. ये रवि कुमार आया कहां से. नाक के बल गाने वाला सिंगर लोगों की नाक कैसे तोड़ने लगा. हिमेश रेशमिया कैसे बने बैडऐस रवि कुमार. इस वीडियो में सब बताते हैं आपको.
‘द एक्सपोज’ है सारी फसाद की जड़
दरअसल 2014 में हिमेश रेशमिया की एक फिल्म आई थी ‘द एक्सपोज’. इस फिल्म में उन्होंने रवि कुमार का किरदार निभाया था. इसमें इरफान खान और हनी सिंह जैसे बड़े लोग थे. जैसे-जैसे वक्त बीता रवि कुमार का किरदार कल्ट बनता चला गया. इसके संवाद वायरल होने लगे. पॉप कल्चर का हिस्सा बन गए. जैसे- रवि कुमार लंगोट का बहुत पक्का है, वो बिस्तर पर नींद के अलावा कुछ नहीं लेता. अब इसी रवि कुमार के कैरेक्टर पर एक अलग फिल्म आ रही है. इसी का नाम है ‘बैडऐस रवि कुमार’. इस फिल्म से हिमेश रेशमिया एक नया यूनिवर्स शुरू कर रहे हैं ‘एक्सपोज यूनिवर्स’. इसमें हिमेश के साथ कई बड़े एक्टर्स हैं. जैसे- जॉनी लीवर, संजय मिश्रा, अनिल जॉर्ज, प्रभु देवा और सौरभ सचदेवा. प्रभु देवा फिल्म के मेन विलन हैं.
कैसे लिखे है Ravi Kumar के Badass डायलॉग
Badass Ravi Kumar की जिस बात को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा है, वो हैं इसके डायलॉग्स. इन्हें लिखा है बंटी राठौर ने. बंटी को 80 के दशक की फिल्मों का बड़ा शौक है. इसी शौक को उन्होंने फिल्मों में संवाद लिखकर पूरा किया. सबसे पहले उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म ‘खिलाड़ी 786’ के डायलॉग लिखे. ये हिमेश रेशमिया के प्रोडक्शन की फिल्म थी. इसके बाद हिमेश जब खुद को लेकर The Xpose बना रहे थे, वो चाहते थे बंटी इसके डायलॉग लिखें. इसका डायलॉग ‘तेरे शरीर में उतना खून नहीं होगा जितना रविकुमार एक बार में मूत देता है’ बहुत फेमस हुआ. बंटी ने पहले इसे कुछ यूं लिखा था, ‘तेरे शरीर में जितना खून होता है, उतना मैं नाली में बहा देता हूं’. आगे चलकर इसका ओरिजनल वर्जन डेवलप हुआ. हिमेश पहले इस फिल्म को नहीं करना चाहते थे. उनकी हिचकिचाहट बंटी ने दूर की. हिमेश उन्हें रिकॉर्ड करके डायलॉग भेजते, फिर बंटी इधर से अपनी आवाज में इसे भेजते. इस तरह से हिमेश ने रवि कुमार के डायलॉग्स को मास्टर कर लिया.
सलमान से मिलने जा रहे थे, मौज आ गई
बहरहाल ‘द एक्सपोज’ आई. हिट भी रही. फिर हिमेश गायब हो गए. लेकिन वो इस फिल्म का सीक्वल बनाना चाहते थे, जो हो नहीं सका. आठ साल बीत गए. बंटी अपने में बिजी थे, हिमेश अपने में. फिर एक दिन हिमेश ने बंटी को बुलाकर कहा कि वो रवि कुमार के कैरेक्टर का स्पिनऑफ बनाना चाहते हैं. बंटी मान गए. उन्होंने स्क्रिप्ट डेपलप करनी शुरू की. चार से पांच ड्राफ्ट लिखे जा चुके थे. एक दिन हिमेश और बंटी सलमान खान से मिलने जा रहे थे. इस दौरान उन्होंने हिमेश को एक डायलॉग सुनाया, जो उन्होंने ‘टोटल धमाल’ में अजय देवगन के लिए लिखा था. लेकिन वो फिल्म में इस्तेमाल नहीं हुआ. वो लाइन थी ‘जिन तूफानों में तुम जैसों के झोपड़े उड़ जाया करते हैं, हम उन्हीं तूफानों में अपने कपड़े सुखाया करते हैं.’ हिमेश को ये लाइन क्लिक कर गई. उन्होंने बंटी से इसे व्हाट्सएप करने को कहा. ये वो पहली चीज थी जो Badass Ravi Kumar के लिए फाइनल हुई.
ऑस्कर वाले डायरेक्टर ने बनाई है Badass Ravi Kumar
इसके डायरेक्ट कीथ गोम्स की कहानी भी बड़ी शानदार है. वो फिल्में करना चाहते थे. लेकिन किसी वजह से इस दुनिया से निराश होकर वापस लौट गए. उन्होंने दोबारा इस ओर न लौटने की शपथ ली. फिर उन्हें सलमान खान की फिल्म ‘किक’ बनाने वाले साजिद नाडियाडवाला ने बुलाया. वो चाहते थे, कीथ ‘किक’ पर काम करें. कीथ ने ‘किक’ लिखी. इसके एसोसिएट डायरेक्टर भी रहे. फिल्म चल गई. इसके बाद कीथ ने फिल्मों के जरिए अपनी आवाज तलाशने की कोशिश शुरू की. उन्होंने शॉर्ट फिल्में बनाना शुरू किया. इसी कड़ी में 2018 में ‘शेमलेस’ नाम की शॉर्ट फिल्म बनाई. इसको इंडिया की तरफ से ऑस्कर में शॉर्ट फिल्म कैटगरी में ऑफिशियल एंट्री के तौर पर भेजा गया. हालांकि ये नॉमिनेट नहीं हुई. लेकिन ऑस्कर जाना ही बड़ी बात है.
अब सोचिए ‘बैडऐस रवि कुमार’ के डायरेक्टर की फिल्म ऑस्कर जा चुकी है. माने ऑस्कर जाने वाला डायरेक्टर हिमेश की फिल्म का कारीगर है. उसने इसे बड़े करीने से काढ़ा है. ट्रेलर देखकर यही लग रहा है. कमाल ये है कि कीथ गोम्स, हिमेश रेशमिया, बंटी राठौर और फिल्म के सभी कलाकारों को पता है कि वो क्या बना रहे हैं. उन्होंने इस प्रॉसेस को एन्जॉय किया है. बाकी उनकी कलाकारी हमें 7 फरवरी को देखने को मिलेगी. तब तक आप बताइए, बैडऐस रवि कुमार कितनी बड़ी पिक्चर हो सकती.