मिर्ज़ापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में लोक निर्माण विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है यहां निर्माणाधीन पुल का स्लैब ढ़ह जाने से हड़कंप मच गया है. दो मजदूर गम्भीर रूप से घायल हुए हैं. तकरीबन डेढ़ करोड़ की लागत से बनाए जा रहे पुल की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. दूसरी ओर ग्रामीणों ने पुल निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया है.
दरअसल, यह पूरा मामला मिर्ज़ापुर जिले के जमालपुर विकास खंड क्षेत्र के करजी गांव के पास गड़ई नदी का है, जहां पर लोक निर्माण विभाग के द्वारा बनवाये जा रहे पुल की ढ़लाई के दौरान गुरुवार की रात देर ढलाई का पूरा हिस्से का स्लैब नदी में गिर गया. स्लैब गिरने के दौरान मलबा की जद में आ जाने से सोनभद्र के सुकृत के लोहरा निवासी दो मजदूर पारसनाथ (50) एवं प्रकाश (30) वर्ष घायल हो गए और दो मजदूर अनिल एवं राम आसरे बाल बाल बच गये है. घटना की जानकारी पर मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई एवं घायलों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर वाराणसी भेज दिया. मौके पर मौजूद विभाग एवं ठेकेदार के कर्मी भाग गये. घटना की जानकारी पर सीओ चुनार मंजरी राव भी थाना प्रभारी जमालपुर विजय कुमार सरोज के साथ मौके पर पहुंच गयी. ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ नदी के पुल के पास प्रदर्शन कर आक्रोश जताया एवं जांच कराये जाने की मांग किया. विभाग पर जान बूझकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
करीब चार वर्ष पूर्व 2020 में यूपी सरकार के तत्कालीन मंत्री एवं मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल के प्रयास से करजी गांव में गड़ई नदी पर पुल स्वीकृत हुआ था. पुल निर्माण के लिए करीब 1.50 करोड़ एवं पुल के दोनों तरफ पहुंच मार्ग एवं भूमि के मुआवजे के लिए अलग से बजट आवंटित किया गया था. पुल निर्माण में देरी पर एक ठेकेदार को हटाकर दूसरे ठेकेदार से कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा था. पांच पीलर वाले पुल के दो पीलर की ढ़लाई विभाग द्वारा पूर्व में कराया जा चुका था एवं गुरूवार को दो पीलर पर लोहे की पाइप के सहारे सेटरिंग कर तीसरे पीलर पर मैटेरियल डालने के दौरान पुल का स्लैब नदी में गिर गया. वहीं इस संदर्भ में मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने फोन से वार्ता करने पर बताया कि मामले की जांच कराया जायेगा.