पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली 18 जनवरी को 53 साल के हो गए हैं. कभी क्रिकेट के मैदान पर कांबली बहुत फेमस हुए थे हालांकि ये सिलसिला लंबा नहीं चल पाया. बहुत जल्दी वे क्रिकेट की दुनिया से गुम हो गए और आज आलम ये है कि वे ठीक से चल-फिर भी नहीं पाते हैं. तरह-तरह की बीमारियों ने इस खिलाड़ी को घेर लिया है. उनकी बीमारी और खराब हालत से हर कोई वाकिफ है लेकिन हम आपको उनके जन्मदिन के मौके पर उनके नंबर 9 से खास कनेक्शन के बारे में बताएंगे. आखिर क्यों उन्हें 9 नंबर से बेहद लगाव था और क्यों वे अपने बल्ले पर नौ-नौ ग्रिप लगाया करते थे. विनोद कांबली ने एक बार एक इंटरव्यू के दौरान अपने नंबर 9 के कनक्शन का राज खोला था. कांबली ने इंटरव्यू में बताया था, 9 और 9 करें (9 और 9 जोड़े तो) 18 होता है जो मेरा फेवरेट नंबर है. बता दें कि विनोद का बर्थडे भी 18 तारीख (जनवरी) को होता है.
क्या था कांबली का नंबर 9 से कनेक्शन?
विनोद कांबली के बारे में ये बात भी बहुत कम लोगों को पता होगी कि कांबली अपने बल्ले पर 9-9 ग्रिप लगाकर खेलते थे. उन्होंने इसके पीछे का राजा भी बताया. कांबली के मुताबिक एक-दो ग्रिप से उनकी बल्ले पर पकड़ मजबूत नहीं होती थी. ऐसे में वे 9 ग्रिप लगाते थे. कांबली ने बताया था कि, मुझे 9 ग्रिप चढ़ाने में ही डेढ़ घंटा लग जाता था. इसमें उनके हाथ में छाले तक पड़ जाते थे. पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा था कि बल्ले पर नौ ग्रिप लगाकर खेलते हुए ही उन्होने हीरो कप में रन बनाए थे. वेस्ट इंडीज और सभी टीमों के सामने उन्होंने स्कोर किया था. उन्होंने कहा था, ‘ये मुझे कंफर्टेबल लगा और नौ का आंकड़ा रह गया’.
वनडे में 9 बार किया कमबैक
9 नंबर से कांबली का एक और खास कनेक्शन रहा है. दरअसल उन्होंने नौ बार टीम इंडिया के लिए वनडे क्रिकेट में कमबैक किया था. ये खुलासा भी खुद कांबली ने अपने इसी इंटरव्यू में किया था. उनसे उनके नौ कमबैक को लेकर सवाल किया गया था तो पूर्व क्रिकेटर ने कहा था ‘मैं सिलेक्टर्स का धन्यवाद करूंगा कि मुझे इतने मौके मिले. मैंने नौ बार कमबैक करके मोहिंदर अमरनाथ का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने आठ बार कमबैक किया था.’ बता दें कि ‘कांबली ने 1991 से 2000 के बीच 117 वनडे खेले थे और 2 शतकों की मदद से 2477 रन बनाए थे.