इस सम्मेलन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए, धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य “हिंदु जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ” है. उन्होंने यह भी बताया कि आदिवासी परिवारों के लिए यह सम्मेलन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि कुछ धर्म विरोधी तत्व आदिवासी परिवारों को धर्मांतरण के माध्यम से सनातन धर्म से दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. इसके विरोध में, शास्त्री ने 19 जनवरी को बागेश्वर धाम पर आयोजित आदिवासी जन जागृति सम्मेलन का आयोजन किया है.
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इस सम्मेलन में आदिवासी समाज के सभी भैया-बहन जनों को आमंत्रित किया गया है. शास्त्री ने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गांव-गांव में हनुमान चालीसा मंडलियों का गठन करना और हिंदू समाज को एकजुट करना है. इसके साथ ही, आगामी कन्या विवाह में 251 कन्याओं का विवाह हो रहा है, जिनमें से 108 कन्याएं आदिवासी परिवारों से हैं, जिनके माता-पिता नहीं हैं. इस आयोजन में उन्हें बागेश्वर धाम और बालाजी व संन्यासी बाबा की अनुकंपा से नया जीवन मिलेगा. उन्होंने सभी को यह संदेश दिया कि इस आयोजन की जानकारी संपूर्ण भारत में फैलाएं और अधिक से अधिक लोग इसमें शामिल हों.