कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के बाद शनिवार को पहली बार बिहार पहुंचे. पटना में राहुल गांधी के दो कार्यक्रम थे. एक तरफ उन्होंने संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित किया तो दूसरी तरफ कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं का उत्साह बढ़ाया. राहुल गांधी ने पटना में कहा कि बिहार की जातीय जनगणना फेक है और लोगों को बेवकूफ बनाने वाला है. हालांकि, बिहार में जातीय जनगणना का फैसला तब लिया गया था जब कांग्रेस भी यहां सरकार में थी.
बिहार में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के बीच पिछले दिनों काफी तल्खियां बढ़ी रहीं. लालू ने ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक का नेता बनाने की वकालत की तो तेजस्वी ने इंडिया गठबंधन को सिर्फ लोकसभा चुनाव तक सीमित रहने की बात की. इन सबके बीच राहुल गांधी से तेजस्वी यादव कुछ सेकेंड के लिए मिले और लालू यादव से मिलने के लिए आवास आने का आमंत्रण दिया.
लालू यादव से मिलने उनके आवास भी पहुंचे थे राहुल
राहुल गांधी, लालू यादव से मिलने उनके आवास भी पहुंच गए. बकायदा लालू यादव के साथ बैठकर चाय भी पी. तेजस्वी यादव भले ही इंडिया गठबंधन के लोकसभा चुनाव तक समिति होने की बात कह चुके हैं लेकिन राहुल गांधी ने आज कांग्रेस मुख्यालय में ऐलान कर दिया कि बिहार में चुनाव इंडिया गठबंधन के तहत ही लड़ा जाएगा.
दरअसल, बिहार में जब जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार थी तो उसने साल 2022 में जाति आधारित जनगणना का सर्वे कराया था. सर्वे के आंकड़े अक्टूबर 2023 में जारी किए गए थे. इस जनगणना से यह पता चल गया था कि राज्य में किस जाति की आबादी कितनी है. नीतीश सरकार ने जाति जनगणना के आंकड़े को राज्य के विधानसभा में भी पेश किया था.
जनगणना के समय बिहार सरकार में थी कांग्रेस
अब राहुल गांधी उस जनगणना के सर्वे को फर्जी बता रहे हैं जो उनकी गठबंधन वाली सरकार में किया गया था. हालांकि, मुख्यमंत्री तब भी नीतीश कुमार ही थे. जनगणना के आंकड़े सामने आने के कुछ महीने बाद ही नीतीश कुमार ने पलटी मार दी और एनडीए के साथ हो गए. तब सत्ता में रहने वाली आरजेडी और कांग्रेस अब विपक्ष की भूमिका निभा रही हैं.
सत्ताधारी दलों ने कांग्रेस को घेरा
राहुल गांधी की ओर से जातिगत जनगणना को फर्जी बताए जाने पर बीजेपी समेत अन्य सत्ताधारी दल विपक्ष पर हमलावर हैं. सत्ताधारी दलों का कहना है कि जिस समय यह सर्वे हुआ था उस समय कांग्रेस सरकार में शामिल थी, लेकिन अब विपक्ष में चली गई है तो वो इस तरह की बातें कर रही है. अगर जातिगत जनगणना फर्जी है तो राहुल गांधी और कांग्रेस को इसकी याद उस समय क्यों नहीं आई.