Uttar Pradesh: अयोध्या राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिल रहा है. जहां पहले प्रतिदिन 4-5 हजार श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए आते थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 1.5 से 2 लाख तक पहुंच गई है.
पर्यटन में बड़ा उछाल, होटल-रेस्टोरेंट उद्योग में वृद्धि
देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु न केवल रामलला के दर्शन कर रहे हैं, बल्कि अयोध्या के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण कर रहे हैं, श्रद्धालुओं के बढ़ते आगमन के कारण स्थानीय कारोबार में जबरदस्त उछाल आया है, होटल और रेस्टोरेंट उद्योग में कई बड़े नाम जैसे रैडिसन, मैरिएट, ओबराय और ताज शामिल हो चुके हैं, वर्तमान में अयोध्या में 65 पंजीकृत होटल और 1056 होम स्टे चालू हैं, और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है.
अर्थव्यवस्था में तेजी
स्थानीय व्यापारियों और होटल संचालकों का कहना है कि उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, पहले 500-600 रुपये प्रतिदिन कमाने वाले कारोबारी अब 1000-1500 रुपये से अधिक कमा रहे हैं.
दीपोत्सव ने दिलाई अंतरराष्ट्रीय पहचान
योगी सरकार द्वारा हर वर्ष दीपोत्सव के आयोजन ने अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है. पिछले साल 25 लाख दीये प्रज्वलित कर अयोध्या ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा.
आगामी पांच वर्षों में और बड़ा बदलाव
अर्थशास्त्री प्रो. आशुतोष कुमार सिन्हा के अनुसार, राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ अयोध्या में चल रही अन्य विकास योजनाओं के पूर्ण होने पर पर्यटन और निवेश में और वृद्धि होगी. इससे अयोध्या की अर्थव्यवस्था महानगरों की तरह मजबूत हो जाएगी.
संख्या में दोगुनी वृद्धि का अनुमान
पर्यटन विभाग के अनुसार, 2024 में 13 करोड़ श्रद्धालुओं ने अयोध्या का दौरा किया। आने वाले वर्षों में यह संख्या 15 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है.
अयोध्या का कायाकल्प
राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या का सौंदर्य भी निखरा है, अब अयोध्या न केवल श्रद्धालुओं का केंद्र बन गई है, बल्कि पर्यटन और रोजगार का भी बड़ा हब बन रही है.