उत्तर प्रदेश के कानपुर में एयरोसिटी बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है. यह दिल्ली के एयरोसिटी की तर्ज पर बनाई जाएगी. इसके लिए कानपुर विकास प्राधिकरण ने जमीन को चिन्हित करना शुरू कर दिया है. हालांकि जमीन को लेकर केडीए और कानपुर नगर निगम के बीच विवाद चला आ रहा है. केडीए अब अपनी जमीन पर कई योजनाओं को लाने का मूड बना चुका है, जिसमें एयरोसिटी भी शामिल है.
कानपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम के बीच जमीनों को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है. नगर निगम की प्रस्तावित योजनाओं और कुछ अन्य जमीनों पर केडीए ने अपना स्वामित्व बताया है. यह विवाद बढ़ने के बाद शासन में गया और वहां से जवाब मांगा गया. इसमें से एक जमीन चकेरी में है. नगर निगम को इस जमीन पर सोलर प्लांट लगाना था, जिसके लिए केडीए ने मना कर दिया है.
KDA ने कहा- ये जमीन एयरोसिटी की
अपने दाखिल किए गए जवाब में केडीए ने बोला है कि यह जमीन एयरोसिटी के लिए है, क्योंकि बगल में एयरपोर्ट है. ऐसे में केडीए यहां एयरोसिटी बनाएगा. केडीए ने अपने जवाब में कहा है कि चकेरी सीवेज फार्म की 1250 एकड़ से ज्यादा की जमीन जो नगर निगम मांग रहा है, वहां केडीए की महत्वकांक्षी योजना एयरोसिटी प्रस्तावित है. यहां तक कि एयरोसिटी के लिए कंसल्टेंट कंपनी के चयन की कार्यवाही भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि यह एयरोसिटी बिल्कुल दिल्ली एयरपोर्ट के पास बने एयरोसिटी की तर्ज पर बनाया जाएगा.
जमीन से कब्जा मुक्त करा रहा KDA
इसके बावजूद केडीए ने कहा है की नगर निगम को यहां पर अपने प्रोजेक्ट के लिए जमीन की जरूरत है तो 50 से 100 एकड़ तक जमीन नगर निगम को उपलब्ध कराई जा सकती है. केडीए सूत्रों के अनुसार, आवासीय योजनाओं के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण को जमीनों की आवश्यकता होती है. कई जगह पर केडीए की भूमि पर कब्जे हो जाते हैं, जिसको कब्जा मुक्त कराने में केडीए लगा हुआ है. ऐसे में अगर जमीन नगर निगम को दे देंगे तो खुद कानपुर विकास प्राधिकरण की महत्वकांक्षी योजनाएं रुक जाएंगी