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‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना दलित विरोधी’, उदित राज ने केजरीवाल के वादे पर उठाए सवाल

कांग्रेस नेता उदित राज ने रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को “दलित विरोधी” कहते हुए, उन पर पक्षपात का गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले घोषित ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ वाल्मीकि और रविदास मंदिरों के पुजारियों को अनदेखा करती है. इस योजना के तहत केवल मंदिर पुजारियों और गुरुद्वारा ग्रंथियों को 18,000 रुपये मासिक वेतन देने का वादा किया गया है.

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उदित राज का कहना है कि यह योजना वाल्मीकि और रविदास मंदिरों के पुजारियों को शामिल नहीं करती है, जिसे लेकर परेशानी का माहौल बना हुआ है. उदित राज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी की यह योजना सीधा दलित समाज के प्रति उनकी उदासीनता को दर्शाती है.

11 राज्यसभा सांसदों की जाति पर सवाल

कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया कि पंजाब में सरकार बनाते समय AAP ने एक दलित को उपमुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया. इसके अलावा, पार्टी के 11 राज्यसभा सांसदों में से कोई भी अनुसूचित जाति या अन्य पिछड़ा वर्ग से नहीं है.

जंतर मंतर पर होगा विरोध प्रदर्शन

इस मुद्दे पर सोमवार को वाल्मीकि और रविदास मंदिरों के पुजारी और ‘भिक्षु’ जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और मांग करेंगे कि उन्हें भी इस योजना के तहत शामिल किया जाए. दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने वाले हैं और इसके परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.

इस राजनीतिक माहौल में दलित समुदाय के पुजारियों की मांगें महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं, जो कि AAP की राजनीतिक भविष्य की रणनीति को प्रभावित कर सकती हैं.

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