इटावा/सैफई : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के सैफई बाईपास के पास नायकपुर गांव के समीप शुक्रवार देर रात 23 वर्षीय गौरव पुत्र रामगोपाल, निवासी बेगमपुर, थाना कुर्रा, जिला मैनपुरी का शव संदिग्ध अवस्था में सड़क किनारे मिला. घटनास्थल पर मृतक की क्षतिग्रस्त अपाचे बाइक और बिना नंबर की टाटा सफारी कार खड़ी मिली. शुरुआत में पुलिस इसे संदिग्ध मौत मानते हुए सड़क दुर्घटना का मामला बता रही थी.
गौरव, जो एचडीएफसी बैंक,इटावा में जीवन बीमा का कार्य देखते थे. करहल में एक शादी समारोह से अपने घर लौट रहे थे. जब वह देर रात तक घर नहीं पहुंचे और उनका फोन बंद मिला, तो स्वजनों ने उनकी तलाश शुरू की. देर रात उनका शव सैफई बाईपास पर नायकपुर गांव के पास सड़क किनारे पड़ा मिला.
शुरुआत में पुलिस ने इसे सड़क दुर्घटना मानते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात कही. लेकिन मृतक के पिता रामगोपाल और स्वजनों ने इसे हत्या का मामला बताते हुए आरोप लगाया कि गौरव की हत्या पुरानी रंजिश के तहत की गई है. उनका आरोप था कि योगेश उर्फ लऊआ निवासी नगला लाले,अजीत उर्फ टंटी निवासी नगला केहरी, रंजीत उर्फ मस्ताना निवासी नगला नाथू, और अब्बास अली निवासी मोहम्मदपुर ने साजिश के तहत गौरव को पहले मारा और फिर गाड़ी से कुचलकर उसकी हत्या कर दी.
शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन बड़ी संख्या में एकत्र होकर शव को एंबुलेंस में रखकर सैफई थाने के गेट पर पहुंचे और थाने का घेराव किया. स्वजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वह इसे दुर्घटना का मामला बताकर टालने की कोशिश कर रही है. स्वजनों ने चारों नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
स्वजनों के दबाव और आक्रोश के बीच पुलिस और स्वजनों के बीच बातचीत देर शाम तक चलती रही. शनिवार की देर रात सीओ पहुंप सिंह ने स्वजनों कों समझाकर मृतक के पिता रामगोपाल की तहरीर पर चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए.
गौरव अपने परिवार का बड़ा बेटा था और चार साल पहले ही उसकी शादी हुई थी. उनकी मौत से परिवार और गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है. प्रभारी निरीक्षक राकेश शर्मा ने बताया ममाला दर्ज कर लिया गया है. घटनास्थल पर मिले साक्ष्य और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.