बदायूं में बिल्सी से बीजेपी विधायक हरीश शाक्य आदि के खिलाफ गैंगरेप समेत संपत्ति हड़पने और कई गंभीर आरोपों में मुकदमा लिखाने वाली पीड़िता आज एसएसपी ऑफिस पहुंची,यहां पीड़िता ने अधिकारियों से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई है. यह भी आरोप लगाया है कि मुकदमे के आईओ एसएचओ सिविल लाइंस मनोज कुमार, विधायक के करीबी हैं, इसलिए उनसे न्याय की उम्मीद नहीं है.
आपको बता दें पीड़िता अपने परिजनों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची,यहां दिए शिकायती पत्र में बताया कि विवेचक आरोपियों से मिले हुए हैं,विवेचक पहले थाना उझानी में थानाध्यक्ष के पद पर थे और इन्होंने ही पीड़िता के पति व परिवार पर विधायक हरीश शाक्य के दबाव में लिखे गये हत्या के फर्जी मुकदमा की विवेचना की. आरोप है कि विवेचक के द्वारा विधायक के दबाव में हमारी जमीन के बैनामे होने तक हत्या के मुकदमें में विवेचना लंबित रखी गई थी और हमारे परिवार को बराबर प्रताड़ित किया गया था, विधायक के कैंप कार्यालय पर रेप की शिकायत के बाद एसएचओ की पोस्टिंग विधायक ने सिविल लाइंस थाने में करवा दी ऐसे में अब भी वह मामले की विवेचना प्रचलित है.
बता दें विधायक के कैंप कार्यालय पर रेप की शिकायत के बाद एसएचओ की पोस्टिंग विधायक ने सिविल लाइंस थाने में करवा दी. ऐसे में अब भी वह मामले की विवेचना विधायक के दबाव में कर रहे हैं,पीड़िता ने बताया आरोपी भी खुलेआम घूम रहे हैं. वहीं पुलिस हमे फर्जी मामले में जेल भेजने की धमकी दे रही है,थाना सिविल लाइंस इलाके में रहने वाली महिला ने बिल्सी से बीजेपी विधायक हरीश शाक्य पर गैंगरेप समेत संपत्ति हड़पने और पति को झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश का आरोप लगाते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया,कोर्ट के आदेश पर 21 दिसंबर को सिविल लाइंस थाने में यह मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मुकदमे में विधायक व उनके भाई समेत 16 लोग नामजद हैं. फिलहाल पूरे मामले जांच चल रही है.