कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु के पास उल्लाल में दिनदहाड़े बैंक में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने गिरोह के तीन प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. मंगलुरु पुलिस ने सोमवार को तमिलनाडु के तिरुनेलवेली से आरोपियों को गिरफ्तार किया. डकैती करने के लिए मुंबई से मंगलुरु पहुंचे आरोपी बैंक से करीब 12 किलोग्राम सोना और नकदी लेकर तमिलनाडु भाग गए.
मंगलुरु पुलिस ने बताया कि गिरोह का मुख्य आरोपी 36 वर्षीय मुरुगांडी थेवर है. कोटेकारू बैंक डकैती का सरगना मुरुगंडी देवार दो महीने पहले मैंगलोर आया था. कोटेकारू ने बैंक के माहौल में घूम-घूम कर जानकारी एकत्र की थी. इसके बाद उसने एक सटीक स्केच बनाया और वापस तमिलनाडु चले गए.लुटेरों ने भागने के लिए फर्जी नंबर प्लेट वाली कार का इस्तेमाल किया था.
तलवार और पिस्तौल हुई बरामद
पुलिस सूत्रों ने बताया कि वह डकैती की पक्की योजना बनाकर टीम के साथ आया था.मुरुगंडी देवर राजेंद्रन, कन्नन मणि और अन्य लोगों के साथ डकैती करने आया था. मैंगलोर सिटी पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने सोमवार को लुटेरों की गिरफ्तारी की जानकारी दी और बताया कि कैसे लुटेरों को ट्रैक किया गया और गिरफ्तार किया गया. बैंक डकैती मामले को सुलझाने में कर्नाटक खुफिया विभाग ने भी मदद की. गिरफ्तार लोगों के पास से सोने के साथ तलवार और पिस्तौल भी बरामद की गई.
कब हुई थी डकैती?
पुलिस ने बताया कि छह लोगों का एक गिरोह 17 जनवरी को दोपहर के समय मंगलुरु शहर के उल्लाल के पास कोटेकर में केसी रोड पर स्थित कोटेकर सहकारी बैंक की शाखा में घुस गया और कर्मचारियों को धमकाया और बैंक को लूट लिया. गिरफ्तार लोगों की पहचान कथित मास्टरमाइंड 36 वर्षीय मुरुगंडी थेवर, 36 वर्षीय मणिवन्नन और 35 वर्षीय जोशुआ राजेंद्रन उर्फ प्रकाश के रूप में हुई है. मंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने कहा, “अब तक की पूछताछ से हमें पता चला है कि मुरुगंडी थेवर अपराध के पीछे का मास्टरमाइंड था. उसे उसके एक करीबी सहयोगी मणिवन्नन ने मदद की थी. हमने उन्हें तिरुनेलवेली में तीन अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है. साथ ही हम अपराध के लिए इस्तेमाल की गई कार-फिएट कार – बरामद करने में सफल रहे.