Uttar Pradesh: अमेठी में लखनऊ हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने मंगलवार की देर शाम एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। बाजार शुकुल के सिधौली मजरे इक्काताजपुर गांव में पूर्व प्रधान रवि शंकर दुबे द्वारा खलिहान और सार्वजनिक रास्ते की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई दीवार को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया.
यह कार्रवाई गांव निवासी प्रदीप कुमार दुबे की जनहित याचिका पर हुई, जिसमें उन्होंने प्रमुख सचिव से लेकर तहसीलदार तक को पक्षकार बनाया था। हाईकोर्ट ने 22 जनवरी तक कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी.तहसीलदार मुसाफिरखाना राहुल कुमार सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम ने लगभग 30 फीट लंबी और 6 फीट ऊंची अवैध दीवार को गिराया.
तहसीलदार ने बताया कि इस अतिक्रमण को हटाने के लिए पहले भी नोटिस जारी की गई थी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी भी कुछ हिस्से में पक्की दीवार और गेट के रूप में अवैध कब्जा मौजूद है, जिसे हटाने के लिए 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है.पूर्व प्रधान रवि शंकर दुबे का आरोप है कि तहसीलदार ने रात में कुछ लोगों के साथ आकर उनकी पक्की दीवार को गिरवाया और यह कार्रवाई केवल हाईकोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए की गई है.