चंदौली: पड़ाव से गोधना चौराहे तक बन रही सिक्स लेन सड़क को मुगलसराय नगर में फोर लेन में बदलने की योजना से नगरवासी आक्रोशित हैं, शहर की बढ़ती यातायात समस्या और जाम से निजात के लिए सिक्स लेन सड़क की मांग को लेकर मंगलवार को नगरवासियों ने जन आक्रोश रैली निकाली. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हल्की धक्का-मुक्की और नोकझोंक भी हुई.
नगर वासियों की प्रमुख मांगे
मुगलसराय पूर्वांचल का एक प्रमुख रेलवे और व्यापारिक केंद्र है। यहां रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही होती है, लेकिन जाम के कारण यात्रियों की ट्रेनें छूट जाती हैं, एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाती, और स्थानीय नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
नगरवासियों का आरोप है कि पड़ाव से गोधना बाईपास तक सिक्स लेन सड़क का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन नगर क्षेत्र में इसे फोर लेन में तब्दील कर दिया गया. लोगों ने प्रशासन और स्थानीय विधायक पर आरोप लगाया कि उन्होंने राजनीति के चलते चंद लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जानबूझकर सड़क की चौड़ाई को कम करवाया. इससे न केवल यातायात व्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि भविष्य में जाम की समस्या और बढ़ेगी। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि, पीडब्ल्यूडी के पास सड़क को सिक्स लेन बनाने के लिए पर्याप्त जमीन है, लेकिन प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने और चौड़ीकरण की प्रक्रिया को रोक दिया.
मंगलवार को जीटी रोड स्थित गुरुद्वारा से जन आक्रोश रैली शुरू हुई, जो परमार कटरा होते हुए पीडब्ल्यूडी कार्यालय तक पहुंची। वहां प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को जोरदार तरीके से रखा. इसके बाद रैली आर्य समाज मंदिर के पास धरने में बदल गई. धरनास्थल पर पहुंचे एसडीएम मुगलसराय ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन देते हुए ज्ञापन लिया.
आंदोलन पर पुलिस की कार्रवाई
प्रदर्शन के अगले दिन, बुधवार को, मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने रैली में शामिल 209 अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर कानून-व्यवस्था बाधित करने का मुकदमा दर्ज किया। इस कदम से नगर में हड़कंप मच गया.
रैली के दौरान पुलिस पर अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार का भी आरोप लगा। सिविल बार एसोसिएशन ने इस मामले को गंभीर बताते हुए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंपा। इसमें मुगलसराय कोतवाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है.
नगरवासियों और सामाजिक संगठनों का समर्थन
इस आंदोलन को नगर के प्रमुख लोगों, अधिवक्ताओं और सामाजिक संगठनों का व्यापक समर्थन मिल रहा है. वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने कहा कि सिक्स लेन सड़क नगर के विकास और यातायात की सुगमता के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को पीडब्ल्यूडी की जमीन से अतिक्रमण हटाकर सड़क को सिक्स लेन बनाना चाहिए.
सामाजिक कार्यकर्ता सतनाम सिंह ने कहा कि 50 वर्षों बाद नगर में कोई बड़ा सड़क निर्माण हो रहा है. इसे फोर लेन में तब्दील करना नगरवासियों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि सिक्स लेन सड़क बनने से यातायात व्यवस्था सुचारू होगी और शहर का विकास तेज होगा.
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक सिक्स लेन सड़क की मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह केवल सड़क निर्माण का मामला नहीं है, बल्कि यह शहर के विकास से जुड़ा मुद्दा है.
प्रशासन का रुख और जनभावनाएं
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत के प्रयास किए हैं, लेकिन सिक्स लेन सड़क की मांग और पुलिस कार्रवाई को लेकर जनभावनाएं उबाल पर हैं. नगरवासियों का कहना है कि, यदि सिक्स लेन सड़क नहीं बनी, तो आने वाले समय में जाम की समस्या और गंभीर हो जाएगी। नगरवासी इस मुद्दे पर एकजुट हैं और मानते हैं कि सिक्स लेन सड़क का निर्माण नगर को जाम से मुक्त कर एक नए विकास की दिशा में ले जाएगा.