उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम यानी कि महाकुंभ (Pyayagraj Mahakumbh) चल रहा है. इस महाकुंभ मेले की तस्वीरें भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने अपनी सैटेलाइट्स की मदद (ISRO Mahakumbh Satellite Images) से कैप्चर की हैं. इसरो की तरफ से ली गई तस्वीरों में मेले के लिए बनाए गए विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर को दिखाया गया है. 45 दिनों तक चलने वाले इस मेले में करीब 40 करोड़ लोगों के पहुंचने की उम्मीद है.
इसरो ने तस्वीरें कैप्चर करने के लिए सॉफिस्टिकेटेड ऑप्टिकल सैटेलाइट और दिन और रात को कैप्चर करने में सक्षम राडारसैट का उपयोग किया है. महाकुंभ मेले के भव्य इंफ्रास्ट्रक्चर की ये तस्वीरें हैदराबाद में राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर से ली गई हैं.
EOS-04 (RISAT-1A) ‘C’ बैंड माइक्रोवेव सैटेलाइट की द टाइम सीरीज इमेजिस (15 दिसंबर 2023 और 29 दिसंबर 2024), बेहतरीन रिज़ॉल्यूशन (FRS-1, 2.25m) के साथ, महाकुंभ मेला 2025 के लिए बनाए गए टेंट सिटी (स्ट्रक्चर्स और सड़कों का लेआउट) की जानकारी के साथ ही इसके पोंटून ब्रिजों और सपोर्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के नेटवर्क के बारे में भी जानकारी देती हैं. यूपी में प्रशासन मेले में आपदाओं और भगदड़ को कम करने के लिए इन सैटेलाइट तस्वीरों का इस्तेमाल कर रहा है.
6 अप्रैल, 2024 को महाकुंभ की शुरुआत से पहले ली गई इन टाइम सीरीज तस्वीरों में प्रयागराज परेड ग्राउंड को देखा जा सकता है. इसके बाद 22 दिसंबर, 2024 की तस्वीरों और 10 जनवरी, 2025 की भारी भीड़ वाली तस्वीरों को भी देखा जा सकता है.
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, “इस उन्नत तकनीक से बड़े स्तर पर धार्मिक समारोहों में एक आदर्श बदलाव देखने को मिलता है. महाकुंभ मेला इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि किस तरह से तकनीक और परंपरा एक साथ मिलकर सभी के लिए स्वच्छ, स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकती हैं.”
नए शिवालय पार्क को अंतरिक्ष से देखा जा सकता है. 6 अप्रैल, 2024 की एक तस्वीर में एक साफ मैदान दिखाई दे रहा है. वहीं 22 दिसंबर, 2024 तक यहां एक शिवालय पार्क दिखाई दे रहा है. भारत के नक्शे के रूप में बनाया गया परिदृश्य बहुत खूबसूरती से दिखाई दे रहा है. 10 जनवरी, 2025 को इसे फिर से दिखाया गया.