छतरपुर : जिले के राजनगर थाने में न्यायालय के आदेश पर पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित 19 शिक्षकों पर धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
राजनगर क्षेत्र के रविंद्र मिश्रा ने एक परिवाद राजनगर न्यायालय में दायर किया था । जिसमें उन्होंने 2017_ 2018 में अपात्र अतिथि शिक्षकों की भर्ती का मामला न्यायालय के संज्ञान में लाया था.
परिवाद दायर करने वाले रवींद्र मिश्र ने बताया की 2017-18 में अतिथि शिक्षक फर्जी तरीके से भर्ती किए गए। संकुल प्राचार्य द्वारा योग्य लोगों की भर्ती न कर अपने चाहतों के फर्जी दस्तावेज बनवाकर कर उनकी भर्ती कर ली थी. शिकायत पर विभाग द्वारा जांच की गई और सही पाई थी.
जिसे वेतन निकली थी उसकी वेतन से उसकी वसूली कर ली गई थी.कार्यवाही नाम मात्र की कार्यवाही हुई।मामले को 7 वर्षों से दबाया जा रहा था। सारे मामले में अभी पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी एम.के. त्रिपाठी सहित 19 लोगों के विरुद्ध नाम जद एफ आई आर की गई है उसमें अज्ञात लोग भी शामिल हैं.
पुलिस द्वारा अगर बारीकी से जांच की जाती है तो उसमें कई लोगों की मिलीभगत मिलेगी उन्होंने न्यायालय का धन्यवाद दिया और कहा 7 वर्षों से लड़ाई लड़ते हो गया विभाग द्वारा कोई कोई कार्यवाही नहीं की गई मुझे यह कहकर भगा दिया जाता था कि क्या कर लोगे मेरा.
विधिक सहायता अधिकारी प्रवेश अहिरवार ने बताया की राजनगर विकासखंड में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में जो गड़बड़ियां हुई और उसके पश्चात शासकीय राशि का आहरण किया गया था इसकी जब शिकायत हुई तो विभागीय स्तर पर इसकी जांच भी हुई संबंधित शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकी गई किंतु जब मामला 356, 3 सीआरपीसीके तहत राजनगर न्यायालय के संज्ञान में लाया गया तो राजनगर न्यायालय ने राजनगर थाने को एफ आई आर करने हेतु आदेशित किया, राजनगर थाने ने 19 व अन्य लोगों के विरुद्ध मामला कायम कर लिया है आगे इन्वेस्टिगेशन के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया की छतरपुर जिले के राजनगर थाने में न्यायालय के आदेश पर पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित 19 शिक्षकों पर धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया गया है.