बिहार के भागलपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां कब्रिस्तान में कब्रों में दफन मुर्दों के सिर गायब मिलने से इलाके में सनसनी फैली हुई है. लोगों को शक है कि नरमुंड तस्कर मुर्दों के सिर को काटकर उनकी तस्करी कर रहे हैं. तस्कर कब्रों के उस हिस्से की खुदाई करते हैं जिधर मुर्दों का सिर होता है. ऐसा ही मामला सन्हौला प्रखंड से सामने आया है. यहां एक कब्रिस्तान में कब्र खुदी मिली, जिसमें मुर्दे का सिर गायब था. ग्रामीणों के मुताबिक, ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि पांच बार हो चुका है.
घटना की जानकारी पुलिस को दी गई है. पुलिस अधीक्षक ने जांच एसडीपीओ को सौंपी है. घटनास्थल का निरिक्षण किया गया है और लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है. कब्रों से मुर्दों के सिर गायब होने से लोगों में डर और दहशत का माहौल है. उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है. नरमुंड तस्करी का यह अजीबोगरीब मामला भागलपुर जिले के सनहौला प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत फाजिलपुर सकरामा का है.
कब्रों से गायब हो रहे मुर्दों के सिर
गांव में वर्षों पुराना कब्रिस्तान है. यहां मुस्लिम समाज के लोगों के शवों को दफनाया जाता है. पिछले सोमवार को यहां कब्र में दफन एक महिला के शव के सिर को काटकर तस्कर ले गए, यह शव बदरूजम्मा की मां का था. 6 माह पहले बदरू ने अपनी मां को इस कब्र में दफनाया था. पिछले पांच वर्षों के दौरान इस कब्रिस्तान से कब्र को खोदकर मुख्तार की सास, मोहिद की पत्नी, मोहिद आशिक अली की पत्नी के सिर को काटकर तस्कर उसे लेकर फरार हो गए हैं.
तांत्रिक या नरमुंड तस्कर?
कब्रिस्तान में कब्रों को खोदकर उनके सिर गायब होने से लोग हैरान और परेशान हैं. यह लोगों के लिए रहस्य है. हालांकि, कुछ ग्रामीण बताते हैं कि यह तांत्रिकों की करतूत है, उनके द्वारा ही इस तरह की घटना को किया जा रहा है. वहीं इस घटना में किसी मानव तस्कर गिरोह के संलिप्त होने का भी संदेह लोगों को है. लोग बताते हैं कि बेहद ही सावधानी के साथ कब्र की खुदाई की जाती है फिर उसी तरह से बांस के बत्ती से ढक कर उसके ऊपर मिट्टी डाली जाती है, ताकि किसी को पता ना चले.
तोड़ दी जाती है चाहरदिवारी
लोगों ने बताया कि कब्रिस्तान के चारों तरफ की गई चाहरदिवारी को भी बार-बार तोड़ दिया जाता है. इस कब्रिस्तान में तीन से चार गांव के मुस्लिम समाज के लोग शवों को दफनाने के लिए आते हैं.घटना को लेकर भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकान्त ने बताया कि इस संबंध में कहलगांव एसडीपीओ को जांच के लिए निर्देशित किया गया है. एसडीपीओ शिवानंद तिवारी ने बताया कि सूचक से आवेदन का मांग किया गया है और आवेदन प्राप्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. हालांकि इन सब के बीच यह घटना जिले में चर्चा का विषय बन गई है.