महाराष्ट्र के जलगांव के परांडा रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई है. इन 13 लोगों में 7 की पहचान हुई है. वहीं 3 का शरीर पूरी तरह कट गया है, जिनकी पहचान होना बाकी है. मृतकों में कुछ बॉडी के सर तो कुछ बॉडी के अन्य भाग न मिलने से पहचान में बाधाएं आ रही हैं.
जलगांव जिले में हुई रेल दुर्घटना के संबंध में पाचोरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. पाचोरा सिटी पुलिस स्टेशन में धारा 194 के तहत आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है. यह पंजीकरण पाचोरा पुलिस स्टेशन के पुलिस उपनिरीक्षक की शिकायत पर किया गया है.
अफवाह फैलाने से हुई घटना
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 2 चायवालों के अफवाह फैलाने से ये घटना घटी है. पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार भी इस मामले में अहम बैठक ले रही है. रेलवे पुलिस के साथ-साथ अब महाराष्ट्र पुलिस भी इस रेल दुर्घटना की जांच करेगी. रेलवे बोर्ड ने मृतकों के परिजनों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायल लोगों के लिए 5,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
क्या है मामला?
महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम एक ट्रेन में आग की अफवाह के बाद पटरी पर उतरे कुछ यात्री पास की पटरी पर विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए. एक अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक यह हादसा उस समय हुआ जब 12533 लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस में सवार यात्री आग लगने के डर से जल्दबाजी में बगल की पटरियों पर कूद गए और बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए. सेंट्रल सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त दुर्घटना के कारणों की जांच करेंगे.
पीएम ने कही ये बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को अत्यंत दुखद बताया और कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस से बात की और स्थिति का जायजा लिया. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पुष्पक एक्सप्रेस के कोच में हॉट एक्सल या ब्रेक बाइंडिंगके कारण चिंगारी और धुआं निकला, जिससे यात्री घबरा गए थे.