सुकमा: बुधवार को सुरक्षाबलों को बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी. सुकमा में हाल ही में मेट्टागुड़ा ने नया कैंप खोला गया है. कैंप से 203 कोबरा बटालियन और 131 बटालियन सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम दुलेर क्षेत्र में आरओपी और डेप्ट प्रोटेक्शन ड्यूटी पर निकली थी. इसी दौरान मेटागुडेम और दुलेर गांवों के बीच जंगल में विस्फोटक सामग्री और हथियार निर्माण उपकरणों का एक बड़ा भंडार जवानों को मिला.
गुफा में नक्सलियों का शस्त्रागार: सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों को बुधवार दोपहर करीब 3 बजे मेटागुडेम गांव से करीब 1.5 किमी दूर एक गुफा में नक्सलियों का शस्त्रागार मिला. सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि बरामद शस्त्रागार में साबुन के डिब्बों में पैक 21 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), मल्टीपल बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल) बम, एक जनरेटर सेट, लेथ मशीन का सामान, बड़ी मात्रा में विस्फोटक बनाने की सामग्री, बंदूक निर्माण के उपकरण, गैस वेल्डिंग के लिए बड़े आकार के ऑक्सीजन गैस सिलेंडर, कार्बाइड टैंक, सोलर होम लाइटिंग सिस्टम कैबिनेट की बॉडी, होंडा जेन सेट 1000 EBK, होंडा जेन सेट 1000 EBK-01, बीजीएल बम आयरन टेल यूनिट, फायर ब्लोअर, मगरमच्छ क्लिप, ग्रीस और मेडिकल का सामान मिला है. सुकमा आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बरामद आईईडी का वजन करीब 250 ग्राम है.
बीजापुर में 8 IED की सीरीज: इससे पहले मंगलवार को बीजापुर में गंगालूर के मुतवेंडी से एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बल के जवानों को 5-5 किलोग्राम के 8 IED मिले. आईईडी पीडिया रोड के कच्चे मार्ग में स्टील बॉक्स में पैक कर लगाया गया था. नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए सभी आईईडी सीरीज में लगाया था. बीजापुर की बीडीएस टीम ने सभी IED को सुरक्षित डिफ्यूज किया.