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सीजफायर से इजराइल और फिलिस्तीन के बंधकों की रिहाई, सात समंदर पार के 25 लोग भी हुए आजाद..

गाजा सीजफायर के बाद इजराइली बंधक और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई हुई है. गाजा युद्ध के दौरान इजराइल और फिलिस्तीन में ही नहीं बल्कि सौकड़ों किलोमीटर दूर 25 ऐसे लोगों को बंधक बनाया गया था, जिनका इस युद्ध से कोई लेना-देना नहीं था. गाजा में भीषण बमबारी के विरोध में और हमास के समर्थन में यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में इजराइली और उसके अलायंस देशों से जुड़े जहाजों पर कार्रवाई शुरू की थी.

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19 नवंबर 2023 को लाल सागर में एक ऑपरेशन करते हुए हूती ने ‘गैलेक्सी लीडर’ नामक एक इजराइली जहाज को जब्त कर लिया था. गाजा के लिए यमन के सैन्य समर्थन के हिस्से के रूप में किए गए इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप जहाज पर सवार 25 लोगों को हिरासत में लिया गया और वह एक साल से ज्यादा समय से हूतियों के कब्जे में थे. बता दें इस जहाज में इजराइल की बजाए सब विदेशी स्टाफ था, जिसमें ज्यादातर फिलीपींस से थे. सभी को गाजा सीजफायर के बाद रिहा कर दिया गया है.

हमास से वार्ता के बाद छोड़े बंधक

यमन की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद ने बुधवार को गैलेक्सी लीडर जहाज के चालक दल की रिहाई का ऐलान किया. चालक दल को ओमान की मध्यस्थता में रिहा किया गया है. परिषद ने अपना बयान में कहा, “सना में यमनी सरकार ने हमास के साथ संचार और ओमान सल्तनत की कोशिशों के बाद, गाजा का समर्थन करने के संदर्भ में हिरासत में लिए गए जहाज के चालक दल को रिहा कर दिया है.”

रिहाई से पहले चालक दल

इस कदम को हूतियों की ओर से गाजा में युद्ध विराम समझौते का समर्थन करने वाला इशारा बताया जा रहा है. हूती विद्रोहियों ने पहले ही मध्यस्थतों से साफ किया था कि चालक दल की रिहाई हमास के हाथ में है और हमास का इशारा मिलते ही वह इन्हें रिहा कर देंगे.

गिफ्ट देकर किया रिहा

हूती ने बंधक बनाए गए सभी लोगों को गिफ्ट और फिलिस्तीनी केफ़ियेह देकर रिहा किया है. सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में भी देखा जा सकता है कि पूरा चलक दल काफी खुश है और यमन का उनकी देखभाल करने के लिए धन्यवाद दे रहे हैं.

 

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