महाराष्ट्र के लातूर जिले में बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच एक गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है. यहां एक पोल्ट्री फार्म में 4,200 चूजों की अचानक मौत हो गई, जिससे हड़कंप मच गया. ये चूजे पांच से छह दिन के थे और उनकी मौत दो से तीन दिनों के भीतर हुई. पोल्ट्री फार्म मालिक ने समय रहते अधिकारियों को इस घटना की जानकारी नहीं दी. प्रशासन ने मृत चूजों के सैंपल पुणे स्थित स्टेट एनिमल डिजीज डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी भेज दिए हैं और जांच जारी है. इससे पहले इसी जिले के उदगीर शहर में 60 कौओं की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिसके बाद प्रशासन और पशुपालन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है.
एजेंसी के अनुसार, यह मामला लातूर की अहमदपुर तहसील के ढालेगांव गांव का है. यहां पोल्ट्री फार्म में चूजों की मौत की घटना सामने आई है. यहां उदगीर शहर में लगभग 60 कौओं की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि भी हो चुकी है, जिसको लेकर प्रशासन सतर्कता बरता रहा है. सूचना मिलने के बाद टीम ने मृत चूजों के सैंपल पुणे के स्टेट एनिमल डिजीज डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजे हैं.
पशुपालन विभाग के डिप्टी कमिश्नर डॉ. श्रीधर शिंदे ने बताया कि पांच से छह दिन के इन चूजों की मौत दो-तीन दिनों के भीतर हुई. पोल्ट्री फार्म के मालिक ने समय रहते मौतों की सूचना अधिकारियों को नहीं दी, जिसके कारण संक्रमण फैल गया और 4,500 में से 4,200 चूजों की मौत हो गई.
अहमदपुर वेटरनरी अस्पताल के डिप्टी कमिश्नर डॉ. शिवाजी क्षीरसागर ने पोल्ट्री फार्म मालिकों से अपील की है कि वे अपने फार्म को रजिस्टर कराएं और ऐसी घटनाओं की तुरंत जानकारी स्थानीय अधिकारियों को दें. पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और जांच शुरू कर दी है.
प्रशासन ने पोल्ट्री फार्म मालिकों को सतर्क रहने और संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. इससे पहले जनवरी की शुरुआत में उदगीर शहर में लगभग 60 कौओं की मौत हुई थी. पुणे स्थित क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला और भोपाल के आईसीएआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज ने इन मौतों का कारण बर्ड फ्लू बताया था.