साल 2000 के बाद से देश में ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. अब इस कैंसर के इलाज को लेकर उम्मीद की किरण जगी है. इस बीच वैज्ञानिकों ने एक खुराक (सिंगल डोज ) से कैंसर ट्यूमर को खत्म करने का दावा किया है. इस एक खुराक से ब्रेस्ट कैंसर के इलाज की उम्मीद जगी है. अमेरिका में अर्बाना-शैंपेन में इलिनोइस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने ईआरएसओ -टीएफपीवाई नाम के मोलिक्यूल का एक खुराक विकसित किया है. आइए जानते हैं विस्तार से इसके बारे में…
प्रोफेसर पॉल हर्गेनरोथर ने बताया है कि ब्रेस्ट कैंसर के माउस मॉडल में ट्यूमर एक ही खुराक से खत्म किया जा सकता है. इससे ट्यूमर के आकार को कम करने में भी मदद मिली है जो काफी बड़े हो गए थे. बता दें यह रिसर्च चूहों पर किया गया प्रोफेसर के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर के 70% मरीजों को आमतौर पर सर्जरी करानी पड़ती है, जिसके बाद अलग- अलग थेरेपी से 5 से 10 साल तक उपचार किया जाता है.
चूहों में इंसानों के ट्यूमर को डालकर किया गया शोध
वैज्ञानिकों के अनुसार साल 2021 में सबसे पहले एक मॉलिक्यूल विकसित किया गया था. जिसको ईआरएसओ नाम दिया गया था. इस एक खुराक से ब्रेस्ट कैंसर कोशिकाओं को प्रभावित कर सकती है लेकिन इसके कई प्रभाव होते हैं. प्रयोगशाला में चूहों में मानव के ट्यूमर को ट्रांसप्लांट किया गया और इसके बाद चूहों पर इस सिंगल डोज का परीक्षण हुआ. जिसमें पता चला कि ये डोज ट्यूमर को खत्म करता सकता है. इसका एक खुराक ने चूहों में बढ़ रहे छोटे ट्यूमर को खत्म किया और बड़े ट्यूमर के साइज को कम किया.
ब्रेस्ट कैंसर को खत्म कर सकता है
इस अध्ययन से यह साफ हो गया है कि यह एक खुराक ब्रेस्ट कैंसर के ट्यूमर को खत्म किया जा सकता है. अगर यह इंसानों में भी सफल रहा तो इस बीमारी के इलाज के लिए अलग-अलग थेरेपी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.