उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर में जिला अस्पताल के डॉक्टर ने एक हैरतअंगेज ऑपरेशन करके एक युवक के पेट से 10 लोहे के रिंच और नट निकाले हैं. जिस किसी ने भी यह सुना हैरान रह गया. फिलहाल आपरेशन के बाद युवक की हालत अब ठीक है और वह जिला अस्पताल में भर्ती है. मूल रूप से कोलकाता का रहने वाला युवक पिछले कई सालों से अम्बेडकरनगर के इल्फातगंज बाजार में अपनी बहन के घर पर रह रहा था.
अस्पताल में तैनात डॉक्टर विपिन वर्मा के सामने शुक्रवार को रोशन चौरसिया नाम का एक अजूबा मरीज आया. उसने पेट दर्द की शिकायत की.डॉक्टर ने जब इसका एक्स- रे और फिर सिटी स्कैन कराया , तो उन्हें पेट में कुछ मेटल होने की बात मालूम पड़ी. जब डॉक्टरों ने सोमवार को मरीज का आपरेशन किया तो उनके पांव तले जमीन खिसक गई.
शख्स पेट से एक- एक कर निकाले गए 10 लोहे के इतने बड़े बड़े औजार देखकर डॉक्टर हैरान रह गए कि आखिर इस युवक ने कैसे लोहे के इतने बड़े-बड़े रिंच और नट खा लिए.अस्पताल के डॉ विपिन वर्मा ने बताया कि ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत अब ठीक है.
उन्होंने बताया कि साइकोलॉजिकल बीमारी के कारण कभी मरीज मिट्टी , प्लास्टिक या खुद के शरीर के बाल नोच कर खाने लगता है. मरीज के पिता ने बताया कि वह कोलकाता गया था वहां से 15 दिन पहले लौटा तो उसकी तबियत खराब हो गयी . पहले कई जगह प्राइवेट में दिखाया तो वहां डॉक्टर ने बताया कि पेट मे लोहे की वस्तुएं है, तो हमें विश्वास नहीं हुआ. इसके बाद दूसरे डॉक्टर ने कहा कि इसे लखनऊ ले जाइए लेकिन बाद में यहीं ऑपरेशन किया गया. हालांकि अम्बेडकरनगर जिला अस्पताल में इस तरह के आपरेशन का यह पहला मामला है. परिवार के लोगो को भी यह पता नहीं है कि कब इसने इतना लोहे का सामान खाया .
डॉ विपिन वर्मा ने बताया कि हमारे पास शुक्रवार को रोशन नाम क पेशेंट का OPD में दिखाने आये हुए थे. इनके साथ इनके परिजन लोग भी थे. परिजनों ने बताया कि इन्होने कुछ खा लिया है तो उस समय तो हमें समझ में नहीं आया कि क्या दिक्कत है. इनका रूटीन चेकअप करवाया तो XRAY में मुझे कुछ मेटलिक बॉडी मतलब लोहे जैसे तत्व समझ में आया. कॉन्फर्मेशन के लिए मैंने CT कराया तो उसमें फिर कन्फर्म हुआ कि इन्होने कुछ लोहा जैसी चीजों को खा रखा है. बाकि हिस्ट्री लेने पर पता चला की इनकी जो है आदत थी 10 -15 दिन से रोज, कभी एक सामान कभी दूसरा सामान, ऐसे करके यह खाते थे. ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत अब ठीक है.